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सालाना सैकड़ों करोड़ कमाने वाले मेसी, रोनाल्डो और नेमार भी करते हैं टैक्स चोरी, यहां पढ़ें पूरी खबर

वर्ष 2017 में वर्ल्ड रिकॉर्ड फीस पर एफसी बार्सिलोना से फ्रेंच क्लब पीएसजी में शामिल होने वाले नेमार पर भी टैक्स चोरी का आरोप लगा और उन्हें फाइन देना पड़ा.

Updated on: 19 Oct 2019, 08:09 PM

नई दिल्ली:

आज की तारीख में सबसे दुनिया के सबसे बड़े फुटबॉल खिलाड़ियों की तिकड़ी-लियोनल मेसी, क्रिस्टियानो रोनाल्डो और नेमार सालाना करोड़ों डॉलर कमाते हैं, निजी चार्टर्ड प्लेन्स में घूमते हैं, दर्जनों महंगी स्पोर्ट्स कारों के मालिक हैं और लाखों युवाओं के रोल मॉडल हैं, लेकिन इसके बावजूद वह टैक्स की चोरी जैसा अपराध करते हैं. मेसी, रोनाल्डो और नेमार ने अपने करियर में लगभग हर खिताब जीता है और वे इस साल फोर्ब्स द्वारा जारी की गई सबसे ज्यादा कमाई करने वाले एथलीटों की सूची में क्रमश: पहले तीन स्थानों पर काबिज हैं. अर्जेटीना के मेसी की कुल सालाना कमाई जहां 12.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर है तो वहीं पुर्तगाल के रोनाल्डो 10.9 करोड़ डॉलर और ब्राजील के नेमार 10.5 करोड़ डॉलर की कमाई करते हैं. इस सबके बावजूद ये टैक्स चोरी जैसे अपराध में शामिल हैं और किसी ना किसी स्तर पर सजा भी पा चुके हैं. हालांकि तीनों खिलाड़ियों ने टैक्स चोरी के आरोपों को नकारा है लेकिन इससे उनके इस अपराध की गम्भीरता कम नहीं होती.

अपना पूरा करियर स्पेनिश क्लब एफसी बार्सिलोना में बिताने वाले मेसी के खिलाफ सबसे पहले 2013 में टैक्स चोरी का मामला दर्ज किया गया था. स्पेनिश टैक्स अधिकारियों ने आरोपा लगाया था कि मेसी के पिता जॉर्ज मेसी ने टैक्स हेवन में मौजूद शेल कम्पनियों के जरिए टैक्स की चोरी की है. अधिकारियों ने कहा था कि पेप्सी-कोला और एडिडास के साथ किए गए करार से मिलने वाले धन को ऑफशोर भेजा गया ताकि मेसी और उनके पिता करीब साल 2005 से स्पेन में टैक्स देने से बच सके (मेसी ने 2001 में बार्सिलोना के साथ करार किया था). मामले के सार्वजनिक होने के बाद मेसी ने कहा कि वह निर्दोष हैं और 50 लाख यूरो का 'सुधारात्मक भुगतान' किया. 2015 में अधिकारियों ने मेसी को ट्रायल में शामिल होने को कहा. मेसी ने अपने ट्रायल के दौरान कहा, "मैं सिर्फ फुटबॉल खेल रहा था और मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं. मैंने अपने पिता और अपने वकील पर विश्वास किया."

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मेसी ने अदालत को बताया कि वह साइन करने से पहले दस्तावेजों को पढ़ते तक नहीं हैं. हालांकि, अदालत ने मेसी इस दलील को नहीं माना और उन्हें एवं उनके पिता को 21 महीने की जेल की सजा सुनाई. टैक्स की चोरी दुनिया के हर देश में अपराध है और इसके लिए हर देश में अलग सजा दी जाती है. मेसी के सजा की अवधि रोचक है क्योंकि स्पेन में आमतौर पर एक या दो साल की सजा मिलने वाले अपराधियों को जेल में समय नहीं काटना होता. उन्हें जेल तभी जाना होता है तब उन्होंने कोई हिंसक अपराध किया हो या लगातार जुर्म की दुनिया में शामिल हों. मेसी ने 2017 में स्पेन की सुप्रीम कोर्ट में अपील भी की थी, लेकिन कोर्ट ने उनकी अपील को खारिज कर दिया था.

मेसी के चिर-प्रतिद्वंद्वी माने जाने वाले रोनाल्डो पर स्पेनिश क्लब रियल मेड्रिड के लिए खेलते समय 1.65 करोड़ डॉलर का टैक्स न भरने का आरोप लगाया गया था. शुरुआत में ऐसा लग रहा था कि रोनाल्डो को टैक्स चोरी के मामले में पकड़ना लगभग नामुमकिन है, लेकिन पनामा पेपर्स के लीक होने के बाद यह संकेत मिले की पुर्तगाल के करिश्माई फारवर्ड भी इस मामले में शामिल हैं. खिलाड़ी की मैनेजमेंट कम्पनी गेसटिफुटे ने लगातार टैक्स चोरी करने के आरोपों का खंडन किया. हालांकि, पिछले साल जून में रोनाल्डो ने अपना गुनाह मान लिया और टैक्स, फाइनल एवं इटरेस्ट मिलाकर कुल 2.17 करोड़ डॉलर का भुगतान किया. उन्हें कुल दो साल की सजा मिली, लेकिन अपराध जघन्य न होने के कारण मेसी की तरह उन्हें भी जेल नहीं जाना पड़ा. रोनाल्डो फिलहाल, इटली लीग की मौजूदा चैम्पियन जुवेंतस के लिए खेल रहे हैं.

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मेसी और रोनाल्डो की तरह नेमार भी आज के समय के बड़े फुटबॉल सितारे हैं. वर्ष 2017 में वर्ल्ड रिकॉर्ड फीस पर एफसी बार्सिलोना से फ्रेंच क्लब पीएसजी में शामिल होने वाले नेमार पर भी टैक्स चोरी का आरोप लगा और उन्हें फाइन देना पड़ा. हालांकि, उनका मामला रोनाल्डो एवं मेसी जितना सीधा नहीं है. बार्सिलोना ने नेमार को ब्राजील के क्लब सांतोस से खरीदा और स्पेनिश क्लब पर यह आरोप लगा कि उन्होंने खिलाड़ी से हुए करार के बारे में झूठ बोला. बार्सिलोना ने जितनी राशि के बारे झूठी जानकारी दी उसे एक ब्राजील स्थित कम्पनी को दिया, जिसके मालिक नेमार के पिता नेमार सेंटोस सीनियर हैं. स्पेनिश अभियोजकों ने आरोप लगाया कि करार से जुड़ी राशि में इसलिए हेराफेरी की गई ताकि स्पेन में टैक्स से बचा जा सके.

नेमार और उनके पिता ने यह कहकर पल्ला झाड़ने का प्रयास किया कि इस मामले की सुनवाई ब्राजील में होगी. 2015 में ब्राजील में नेमार के खिलाफ मामला चला और यह खुलासा हुआ कि उनके टैक्स चोरी से वहां की सरकार को दो करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ. इसके कारण खिलाड़ी के करीब 4.7 करोड़ डॉलर का एसेट जब्त कर लिया गया. उन्हें इससे मामले में बरी होने के लिए अपने देश में 11.8 लाख डॉलर का फाइन भरना पड़ा. स्पेन में बार्सिलाना को इस मामले से जुड़े टैक्स और फाइन का भुगतान करना पड़ा. इन तीनों सुपरस्टार के अलावा, कई अन्य प्रसिद्ध फुटबॉल खिलाड़ी भी हैं जो टैक्स चोरी के मामले में फंसे हैं. इसमें अर्जेटीना के जेवियर मासेरानो, स्पेन के डिएगो कोस्टा, कोलंबिया के जेम्स रॉड्रिगेज और उनके रादमेल फैल्काओ जैसे बड़े नाम शामिल हैं. कोस्टा और रॉड्रिगेज फिलहाल, एटलेटिको मेड्रिड और रियल मेड्रिड जैसे शीर्ष क्लब के लिए खेल रहे हैं.