New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2019/11/21/pace-27.jpg)
भारत के अनुभवी टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस( Photo Credit : Twitter)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
भारत के अनुभवी टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस ने कहा कि जब भारत के लिये खेलने की बात आती है तो स्थल को लेकर उन्हें कोई चिंता नहीं होती.
भारत के अनुभवी टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस( Photo Credit : Twitter)
भारत के अनुभवी टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस (Leander Paes) ने कहा कि जब भारत (India) के लिये खेलने की बात आती है तो स्थल को लेकर उन्हें कोई चिंता नहीं होती. उनके कुछ साथी खिलाड़ियों ने डेविस कप (Davis Cup) मुकाबले के लिये इस्लामाबाद (Islamabad) जाने को लेकर आपत्ति जताई थी. कुछ शीर्ष खिलाड़ियों और कप्तान महेश भूपति ने सुरक्षा चिंताओं के कारण पाकिस्तान की राजधानी में खेलने से इनकार कर दिया था लेकिन पेस के अलावा साकेत मायनेनी और जीवन नेदुनचेझियान उपलब्ध थे.
ये तीनों भारत की डेविस कप टीम का हिस्सा हैं जो 29-30 नवंबर को होने वाले मुकाबले के लिये नूर सुल्तान की यात्रा करेगी. इस मैच का विजेता 2020 विश्व ग्रुप क्वालीफयर में भाग लेगा. पेस ने अभ्यास सत्र के बाद पीटीआई से कहा, ‘‘देश के लिये फिर से खेलने को लेकर मैं बहुत खुश हूं. मेरा काम स्थान या प्रतिद्वंद्वी के बारे में चिंता करने का नहीं है, मेरा काम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है. परिस्थितियों को देखते हुए युवाओं को प्रेरित करना मेरे काम का हिस्सा था. ’’
यह भी पढ़ेंः कम उम्र में टेस्ट डेब्यू करने वाले सबसे ज्यादा पाकिस्तानी पर सचिन तेंदुलकर के आगे सभी बौने
उन्होंने कहा, ‘‘हम नहीं चाहते थे कि भारत इस मुकाबले को स्वत: ही गंवा दे. जब भारत के लिये खेलने की बात आती है तो मैं नहीं पूछता कि कौन मेरा प्रतिद्वंद्वी है और यह मुकाबला कहां हैं. ’’ क्या इसका मतलब है कि पेस पाकिस्तान में अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित नहीं थे? तो उन्होंने कहा, ‘‘भले ही हम कहीं भी खेलें, हम वहां टीम की सुरक्षा को लेकर पूरी छानबीन करते हैं. यह कहने का मतलब है कि मैं जानता हूं कि एक बार स्थल पर फैसला हो जाता है तो खिलाड़ियों को चुना जाता है, फिर आयोजन के लिये काम होता है तो हमारे खेलने के लिये सही कदम उठाये गये होंगे. ’’
Source : Bhasha