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भारतीय महिला हॉकी टीम ने बेल्जियम की जूनियर पुरुष टीम को 4-3 से हराया

भारतीय महिला हॉकी टीम के यूरोप दौरे अंत अच्छा रहा। महिला टीम ने कड़े मुकाबले में बेल्जियम की जूनियर पुरुष टीम को 4-3 से मात दी।

Updated on: 19 Sep 2017, 02:07 PM

नई दिल्ली:

भारतीय महिला हॉकी टीम के यूरोप दौरे अंत अच्छा रहा। महिला टीम ने कड़े मुकाबले में बेल्जियम की जूनियर पुरुष टीम को 4-3 से मात दी। भारतीय महिला टीम के लिए सोमवार को हुए मैच में गुरजीत कौर ने सातवें और 11वें और कप्तान रानी रामपाल ने 13वें और 33वें मिनट में गोल किया। 

भारतीय टीम शुरुआत से ही आक्रामक हॉकी खेली और मेजबान टीम को सकते में डाल दिया। इसका फायदा उसे सातवें मिनट में हुआ, जब मेहमान टीम पेनाल्टी कॉर्नर लेने में सफल रही और गुरजीत ने अपनी टीम को बढ़त दिलाने में देरी नहीं की।

चार मिनट बाद मेहमान टीम को एक और पेनाल्टी कॉर्नर मिला, जिसे गुरजीत ने गोल में बदल कर भारत को 2-0 की बढ़त दिला दी। 2-0 से आगे होने के बाद आत्मविश्वास से भरी भारतीय टीम को 13वें मिनट में कप्तान रानी ने 3-0 से आगे कर दिया। रानी ने शानदार फील्ड गोल के जरिए अपना खाता खोला।

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पहले क्वार्टर के बाद हालांकि भारत को थोड़ा संघर्ष करना पड़ा। दूसरे क्वार्टर में आते ही मेजबान टीम हावी हो गई और उसने गोल करने के प्रयास किए। लेकिन भारतीय गोलकीपर रजनी इतिमारपु ने शानदार बचाव करते हुए गोल नहीं होने दिया।

इस क्वार्टर में बेल्जियम के आक्रामकखेल का भारतीय महिलाओं ने शानदार जवाब दिया और गोल करने से रोके रखा। 

तीसरे क्वार्टर में आते ही भारत ने 33वें मिनट में अपना चौथा गोल मारा। रानी ने अपना दूसरा गोल करते हुए टीम को 4-0 से आगे कर दिया। 38वें मिनट में आखिरकार मेजबान टीम ने अपना खाता खोला।

तिबॉल्ट नेवेन ने पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम के लिए पहला गोल किया। चार मिनट बाद विलियम वेन डीजल ने फील्ड गोल करते हुए बेल्जियम के खाते में दूसरा गोल डाला।

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दो गोल करने के बाद लय हासिल कर चुकी मेजबान टीम ने चौथे क्वार्टर में भारत को परेशान किया। माथियास रिकि ने 48वें मिनट में मिले पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर गोल अंतर को सिर्फ एक पर ला दिया।

खतरे की आहट को मेहमान टीम ने पहचाना और अपने डिफेंस को संभालते हुए मेजबान टीम को बराबरी करने से रोक दिया और 4-3 से जीत हासिल की।

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