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‘‘हम रहें या ना रहें, मेरा देश रहना चाहिए’’, कोरोना की लड़ाई में 15 वर्षीय अर्जुन ने दान किए कुल 7 लाख 60 हजार रुपये

अर्जुन ने ट्वीट किया, ‘‘मैंने जिन फटे हुए जूतों के साथ अमेरिका में जूनियर गोल्फ विश्व चैंपियनशिप 2018 जीती थी वह जूते अंकल वनीश प्रधान ने तीन लाख 30 हजार रुपये में ले लिए हैं.

Updated on: 21 Apr 2020, 04:50 PM

नई दिल्ली:

युवा गोल्फर अर्जुन भाटी ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में योगदान देना जारी रखा है और अब उन्होंने अपने फटे हुए जूते बेचकर तीन लाख 30 हजार रुपये जुटाए हैं. यही जूते पहनकर अर्जुन ने 2018 में जूनियर विश्व चैंपियनशिप जीती थी. ग्रेटर नोएडा के रहने वाले 15 साल के गोल्फर अर्जुन ने इससे पहले अपनी 102 ट्राफी बेचकर चार लाख 30 हजार रुपये जुटाए थे और यह राशि प्रधानमंत्री-केयर्स कोष में दान दी थी.

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अर्जुन ने ट्वीट किया, ‘‘मैंने जिन फटे हुए जूतों के साथ अमेरिका में जूनियर गोल्फ विश्व चैंपियनशिप 2018 जीती थी वह जूते अंकल वनीश प्रधान ने तीन लाख 30 हजार रुपये में ले लिए हैं. मैंने ये पैसे पीएम-केयर्स में दान कर दिए.’’ उन्होंने लिखा, ‘‘हम रहें या ना रहें, मेरा देश रहना चाहिए, कोरोना से सभी को बचाना है.’’ अर्जुन ने इससे पहले तीन विश्व जूनियर गोल्फ खिताब और एक राष्ट्रीय चैंपियनशिप खिताब सहित अपनी सभी ट्राफी पैसा जुटाने के लिए अपने रिश्तेदारों और मित्रों के परिजनों को बेच दीं थी.