Chess World Cup Final: भारत का टूटा सपना, प्रज्ञानंदा टाई ब्रेकर में हारे. जी हां. भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानंदा (R Praggnanandhaa) भारत के सपने को पूरा नहीं कर सके. मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) ने टाई ब्रेकर में आर प्रज्ञानंदा (R Praggnanandhaa) के साथ भारत के भी सपने तोड़ दिए. पहले टाई ब्रेकर में आर प्रज्ञानंदा (R Praggnanandhaa) आगे चल रहे थे. लग रहा था कि भारत आज इतिहास रच देगा, पर मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) ने आखिरी टाई ब्रेकर में कमाल का खेल दिखाया. जिसका नतीजा हम सभी के सामने है.
प्रज्ञानंदा रहे रनर-अप
आर प्रज्ञानंदा (R Praggnanandhaa) ने अपने खेल से सभी को खुश किया. 18 साल की उम्र में लग रहा था कि आर प्रज्ञानंदा (R Praggnanandhaa) एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम करने में सफल रहेंगे, पर दूसरे टाई ब्रेकर में आर प्रज्ञानंदा (R Praggnanandhaa) को मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) ने बहुत पीछे कर दिया था.
ये रहा आखिरी स्कोर
आखिरी स्कोर की बात करें तो मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) 1.5 और आर प्रज्ञानंदा (R Praggnanandhaa) 0.5 का रहा. 47 चालों के बाद आर प्रज्ञानंदा (R Praggnanandhaa) को हार मिली. मुकाबले की बात करें तो कड़ा मुकाबला आखिर तक दोनो के बीच में देखने को मिला.
हार के बावजूद बना गए एक बड़ा रिकॉर्ड
आर प्रज्ञानंदा (R Praggnanandhaa) हार भले ही गए, लेकिन एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर गए हैं. आर प्रज्ञानंदा (R Praggnanandhaa) ने कैंडिडेट्स ऑफ द इयर 2024 में अपना स्थान पक्का कर लिया है. मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) और बॉबी फिशर के बाद कैंडिडेट्स ऑफ द इयर 2024 में अपनी जगह पक्की करने वाले तीसरे युवा खिलाड़ी हैं.
Source : Sports Desk