ओडिशा के मलखामगिरी के अजय मनधरा ने पहले खो-खो चैंपियनशिप में गोल्ड जीतकर इतिहात रच दिया है। यह मेडल इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि अजय ओडिशा के उस इलाके से आते जो नक्सल प्रभावित है। अजय उस भारतीय खो-खो टीम का हिस्सा थे जिसने फाइनल में मेजबान इंग्लैड को हराया।
इस जीत से खुश अजय ने मेडल मिलने के बाद कहा,'यह एक बेहतरीन अनुभव है। हम वहां गए और गोल्डी जीतकर आए।' अजय बोंडा जनजातीय समुदाय से आते हैं जो कि सबसे पुरानी जनजातीय समदायों में से एक है।
अजय ने अपनी सफलता के लिए अपने माता-पिता को धन्यवाद किया। उन्होंने कहा,' मेरे मेहनत के अलावा इस सफलता में परिवार का बहुत बड़ा हाथ है जिन्होंने हर तरह से सपोर्ट किया। मैं चाहता हूम में जनजाति से और युवा देश का नाम रोशन करे।' बता दें कि अजय के माता-पिता दिहाड़ी मजदूरी करते हैं।
Source : News Nation Bureau