भारतीय क्रिकेट के इतिहास में विशेष ख्याति प्राप्त करने वाले ग्लोबल आइकन सचिन रमेश तेंदुलकर को उनकी धुआंधार पारियों और एक से बढ़कर एक रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कराने के लिए जाना जाता है।
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सचिन तेंदुलकर की बायोग्राफी फिल्म 'सचिन ए बिलियन ड्रीम्स' भी 26 मई को रिलीज होने वाली है। 2 मिनट 13 सेकेंड के इस वीडियो में आपको सचिन की जिंदगी की पूरी झलक देखने को मिलेगी।
आज यानि 24 अप्रैल को सचिन का 44 वां बर्थडे है। महज 16 वर्ष की आयु में मैदान पर दिग्गजों को धूल चटाने वाले सचिन को आज पूरी दुनिया में क्रिकेट के भगवान के नाम से जाना जाता है।
इस क्रिकेटर के नाम 10, 20, 50 नहीं बल्कि पूरे 69 रिकॉर्ड हैं। इन रिकॉर्ड्स ने सचिन को 136 साल के क्रिकेट इतिहास में हमेशा के लिए अमर कर दिया है।
खिलाड़ी से सांसद और अभिनेता बने पांच फुट पांच इंच के इस खिलाड़ी ने बड़े से बड़े बल्लेबाजी रिकॉर्ड को बौना साबित कर दिया। उन्होंने 200 टेस्ट मैचों में 53.78 के औसत से 15,921 रन बनाए हैं। इसके साथ ही टेस्ट मैच, अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय मैच में लगभग सभी कीर्तिमान स्थापित किए, जिनमें से अधिकांश आज भी उनके नाम हैं।
क्रिकेट को अलविदा कहने से पहले सचिन ने भारतीय टीम को 2011 में विश्वकप का नायाब तोहफा दिया, जिसका सभी देशवासी बहुत ही शिद्दत से इंतजार कर रहे थे।
मास्टर ब्लास्टर सचिन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे पहले दोहरा शतक जड़ कर अपने प्रशंसकों का एक बार फिर दिल जीतने में कामयाब रहे।
अपनी बल्लेबाजी से गेंदबाजों की नाक में दम करने वाले तेंदुलकर ने वन डे मुकाबले में सबसे ज्यादा रन (18,426 रन) सबसे ज्यादा 49 शतक और टेस्ट में 51 शतक लगाए हैं।
टेस्ट क्रिकेट में 13,000, 14,000 और 15,000 रन बनाने वाले विश्व के पहले बल्लेबाज सचिन सुनील गावस्कर को अपना आदर्श मानते हैं।
क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद तेंदुलकर को तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने राज्यसभा सदस्य नामित किया। खेल के क्षेत्र से राज्यसभा सदस्य चुने जाने वाले सचिन ने देश को एक बार फिर गौरवान्वित कर दिया।
वन डे क्रिकेट में सबसे ज्यादा मैन ऑफ द सीरीज सबसे ज्यादा मैन ऑफ द मैच अपने नाम करने वाले सचिन ने विश्व कप क्रिकेट मुकाबलों में सबसे ज्यादा रन, सबसे ज्यादा शतक, अर्धशतक बनाने का रिकार्ड अपने नाम किया है।
अपार ख्याति, अरबों प्रशंसकों का प्यार और उपलब्धियों का अंबार लगाने के बावजूद सचिन की सबसे बड़ी पहचान बनी उनकी विवाद से दूर रहने वाली छवि है। असीम सफलताओं के बीच भी सचिन हमेशा जमीनी हकीकत से जुड़े रहे और क्रिकेट को पूरी खेल भावना