logo-image

कुश्ती संघ के निलंबन के बाद बजंरग पूनिया बोले- 'सम्मान वापस लूंगा, साक्षी भी संन्यास वापस लेने का कर रही विचार

लंबे विवाद को देखते हुए खेल मंत्रालय ने चुनाव कराकर नई कार्यकारिणी गठित की थी. लेकिन प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों ने इस कार्यकारिणी का विरोध किया, जिसके बाद सरकार ने चुनाव को रद्द कर दिया है. सरकार के फैसले का खिलाड़ियों ने स्वागत किया है.

Updated on: 24 Dec 2023, 02:59 PM

नई दिल्ली:

भारतीय कुश्ती संघ के निलंबिन के बाद संघ के अध्यक्ष संजय सिंह को पद से हटा दिया गया है. खेल मंत्रालय ने बढ़ते विवाद के बीच यह फैसला लिया है.  खेल मंत्रालय के फैसले का पहलवान बजरंग पूनिया ने स्वागत किया है. बजरंग पूनिया ने अपना पद्म श्री अवॉर्ड वापस लेंगे. वहीं, साक्षी मलिक अपने संन्यास के फैसले को वापस लेने पर विचार करने की बात कही है. दरअसल, कुश्ती संघ के चुनाव के बाद बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह को अध्यक्ष बनाया गया था. संजय सिंह को अध्यक्ष बनाए जाने का खिलाड़ी विरोध कर रहे थे. खिलाड़ियों ने कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर शौषण का आरोप लगाया था. खिलाड़ियों ने बृजभूषण को हटाने के लिए लंबा संघर्ष भी किया. दिल्ली के जंतर मंतर पर खिलाड़ियों ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरना प्रदर्शन दिया था.

लंबे विवाद को देखते हुए खेल मंत्रालय ने चुनाव कराकर नई कार्यकारिणी गठित की थी. लेकिन प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों ने इस कार्यकारिणी का विरोध किया. साक्षी मलिक ने खेल से संन्यास लेने का फैसला किया. वहीं, बजरंग पूनिया ने पीएम आवास के बाहर अपना अवॉर्ड रख दिया. भारी हंगामा होता देख सरकार ने कुश्ती संघ के चुनाव को निरस्त कर दिया. सरकार के फैसले का अब खिलाड़ियों ने स्वागत किया है. बजरंग पूनिया ने कहा कि वह अपना लौटाए पुरस्कार वापस लेने पर विचार कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें: कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से हटाए जाने पर क्या बोले संजय सिंह? 2 दिन पहले ही मिली थी जिम्मेदारी

साक्षी और पूनिया ने नए अध्यक्ष का किया था विरोध
गौरतलब है कि 21 दिसंबर को भारतीय कुश्ती संघ का चुनाव हुआ था. संजय सिंह नए अध्यक्ष बने थे. संजय सिंह पर पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण के करीबी होने का आरोप लगाया था. इसके बाद रेसलर साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का ऐलान किया था. वहीं, 22 दिसंबर को बजरंग पुनिया पीएम आवास पर पद्मश्री लौटाने पहुंचे थे.