logo-image

Australian Open: क्वितोवा को हरा ओसाका ने जीता खिताब, बनीं एशिया की पहली वर्ल्ड नंबर-1

ओसाका चौथी बार इस टूर्नामेंट में शिरकत कर रही थीं और इस साल उन्होंने पहली बार फाइनल में प्रवेश किया. पिछले साल जब उन्होंने इस प्रतियोगिता में भाग लिया था तब उनकी वर्ल्ड रैंकिंग 71 थी.

Updated on: 27 Jan 2019, 09:59 AM

नई दिल्ली:

जापान की नाओमी ओसाका (Naomi Osaka) शनिवार को यहां चेक गणराज्य की पेट्रा क्वितोवा (Petra Kvitová) को मात देकर साल के पहले ग्रैंड स्लैम आस्ट्रेलियन ओपन के महिला एकल का खिताब जीतने के साथ-साथ वर्ल्ड नंबर-1 भी बन गई हैं. वह वर्ल्ड रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने वाली एशिया की पहली टेनिस खिलाड़ी हैं. नाओमी ओसाका (Naomi Osaka) सोमवार को आधिकारिक तौर पर जारी होने वाली महिला टेनिस संघ (डब्ल्यूटीए) की रैकिंग में पहले स्थान पर पहुंच जाएंगी. उन्होंने पेट्रा क्वितोवा (Petra Kvitová) को 7-6, 5-7, 6-4 से मात देते हुए पहली बार इस टूर्नामेंट का खिताब जीता. 

नाओमी ओसाका (Naomi Osaka) चौथी बार इस टूर्नामेंट में शिरकत कर रही थीं और इस साल उन्होंने पहली बार फाइनल में प्रवेश किया. पिछले साल जब उन्होंने इस प्रतियोगिता में भाग लिया था तब उनकी वर्ल्ड रैंकिंग 71 थी. ओसका का यह दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है. पिछले साल उन्होंने अमेरिकी ओपन का खिताब अपने नाम किया था. 

विश्व नंबर-8 पेट्रा क्वितोवा (Petra Kvitová) ने हालांकि, नाओमी ओसाका (Naomi Osaka) को अच्छी टक्कर दी. पहले सेट में स्कोर 2-2, 3-3, 4-4 रहा. यहां नाओमी ओसाका (Naomi Osaka) ने एक सेट और जीत स्कोर 5-4 कर दिया, लेकिन पेट्रा क्वितोवा (Petra Kvitová) ने फिर बराबरी की. नाओमी ओसाका (Naomi Osaka) हालांकि टाई ब्रेकर में सेट जीत ले गईं.

और पढ़ें: Australian Open: प्लिस्कोवा को हराकर फाइनल में ओसाका, क्वितोवा से होगा मुकाबला

दूसरे सेट में पेट्रा क्वितोवा (Petra Kvitová) ने अच्छी शुरूआत करते हुए पहले दो गेम अपने नाम किया. 21 साल की जापानी खिलाड़ी ने पहले बराबरी की और फिर 4-2 से आगे हो गईं. यहां नाओमी ओसाका (Naomi Osaka) ने कुछ गलतियां कीं और घबराहट में अंक गंवाए. वहीं 28 साल की पेट्रा क्वितोवा (Petra Kvitová) इस दौरान शांत थीं और उन्होंने अपने अनुभव का फायदा उठाते हुए दूसरा सेट जीत मैच को तीसरे सेट में पहुंचा दिया. 

तीसरे सेट में नाओमी ओसाका (Naomi Osaka) ने पहला सेट गंवाने के बाद 3-1 की बढ़त ली और अपनी बढ़त को बनाए रखते हुए सेट के साथ मैच भी अपने नाम किया.

नाओमी ओसाका (Naomi Osaka) ने जीत के बाद कहा कि वह खिताब जीतकर बहुत गर्व महसूस कर रही हैं. पेट्रा क्वितोवा (Petra Kvitová) भी फाइनल खेलकर खुश नजर आईं और उन्होंने माना कि हाथ की सर्जरी के समय उन्होंने नहीं सोचा था कि वह इस मुकाम तक दोबारा पहुंचा पाएंगी. पेट्रा क्वितोवा (Petra Kvitová) के घर पर डकैती की घटना हुई थी जिस दौरान उनपर चाकू से हमला हुआ था. 

पेट्रा क्वितोवा (Petra Kvitová) ने कहा, 'मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि मैंने फिर से किसी ग्रैंड स्लैम का फाइनल खेला है. यह फाइनल शानदार रहा, नाओमी ओसाका (Naomi Osaka) ने बेहतरीन खेल दिखाया. मेरे साथ रहने के लिए मेरी टीम का धन्यवाद जो मेरे साथ बनी रही क्योंकि हमें पता नहीं था कि मैं फिर कभी रैकेट पकड़ पाऊंगी या नहीं.'

और पढ़ें: राहुल द्रविड़ को उम्‍मीद- विवाद से अपनी असल काबिलियत पहचानेंगे हार्दिक पांड्या और लोकेश राहुल 

दूसरी ओर, अमेरिका के राजीव राम और क्रोएशिया की बारबोरा क्रेजीकोवा की जोड़ी ने मिश्रित युगल वर्ग का खिताब अपने नाम किया. राम-क्रेजीकोवा ने ऑस्ट्रेलिया (Australia) के जॉन-पैट्रिक स्मिथ और अस्त्रा शर्मा की जोड़ी को सीधे सेटों में 7-6 (3), 6-1 से हराया. 

पहले सेट में दोनों जोड़ियों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली. सेट टाई-ब्रेकर में गया जहां राम-क्रेजीकोवा ने अपना संयम नहीं खोया और 7-3 से जीत दर्ज की. 

राम-क्रेजीकोवा ने दूसरे सेट में अपनी गलतियों को नहीं दोहराया. दानों खिलाड़ियों के बीच शानदार तालमेल नजर आया और सेट को अपने नाम करते हुए उन्होंने खिताब जीत लिया. यह फाइनल मुकाबला एक घंटे और 11 मिनट तक चला. 

अमेरिका के डेविड वेग्नर को हराते हुए एकल वर्ग का क्वॉड व्हीलचेयर खिताब ऑस्ट्रेलिया (Australia) के डिलन एल्कॉट ने जीता. 28 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी का यह लगातार पांचवा ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब है. रॉड लेवर एरेना में वल्र्ड नंबर-1 एल्कॉट ने वेग्नर को सीधे सेटों में 6-4, 7-6 (2) से मात दी.

और पढ़ें: ENG vs WI: विंडीज ने इंग्लैंड के सामने खड़ा किया 628 रनों का पहाड़ जैसा लक्ष्य, बारिश की तरह बरसे रन 

पहले सेट में एल्कॉट को जीत दर्ज करने में कोई खास परेशानी नहीं हुई लेकिन दूसरा सेट टाई-ब्रेकर तक गया जहां उन्होंने 7-2 से सेट अपने नाम करते हुए खिताब जीता. एल्कॉट के करियर का यह सातवां ग्रैंड स्लैम खिताब है.