logo-image

भारतीय फुटबाल के लिए जो अच्छा होगा, करेंगे : एआईएफएफ महासचिव

राज्य के दो बड़े क्लबों ईस्ट बंगाल और मोहन बागान को अपना समर्थन देते हुए बंगाल की फुटबाल संस्था भारतीय फुटबाल संघ (आईएफए) ने शुक्रवार को कहा कि वह इन दोनों क्लबों के हितों को बचाने के लिए जो कर सकते हैं करेंगे।

Updated on: 06 May 2017, 02:05 PM

कोलकाता:

राज्य के दो बड़े क्लबों ईस्ट बंगाल और मोहन बागान को अपना समर्थन देते हुए बंगाल की फुटबाल संस्था भारतीय फुटबाल संघ (आईएफए) ने शुक्रवार को कहा कि वह इन दोनों क्लबों के हितों को बचाने के लिए जो कर सकते हैं करेंगे। यह दोनों क्लब शनिवार को अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल से मिलेंगे।

इस मुलाकात में एआईएफएफ की वित्तीय और विपणन साझेदार आईएमजी-रिलायंस से फ्रेंचाइजी फीस 15 करोड़ रुपये की रकम में छूट की मांग करेंगे। यह फीस नई प्रस्तावित लीग में हिस्सा लेने की शर्तो में से एक है। इस नई लीग में इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की सभी आठ टीमें और आई-लीग के तीन क्लब शामिल होंने की संभावना है।

और पढ़ेंः अब हिजाब पहनकर महिलाएं खेल सकेंगी बास्केटबॉल, FIBA ने हटाया प्रतिबंध

यह दोनों टीमें अपने घरेलू मैच कोलकाता में ही खेलना चाहती हैं और अपने प्रयोजक के साथ उतरना चाहती हैं। इनका मानना है कि ऐसा करने से यह क्लब अपनी जर्सी, लोगो और टीम का नाम त्यागने से बच जाएंगे जो आईएमजी- रिलायंस को दे दिया जाएगा।

आईएफए के सचिव उत्पल गांगुली ने आईएएनएस से कहा, 'अगर बंगाल के दोनों क्लबों के हिस्सा लेने को लेकर एआईएफएफ और आईएमजी-रिलायंस का रूख नहीं बदलता है तो हम इन क्लबों के हित के लिए जो कर सकते हैं करेंगे।'

उन्होंने कहा, 'हम उन राज्य संघों से भी बात करेंगे जिन्हें इस नई प्रस्तावित लीग में मौका नहीं मिल रहा और फिर इसे आगे ले जाएंगे। फुटबाल का व्यावसायिकीकरण किया जा रहा है। हम उन क्लबों की बात कर रहे हैं जिन्होंने भारतीय फुटबाल को काफी कुछ दिया है।'

IPL 10 से जुड़ी हर खबर के लिए यहां क्लिक करें