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Manu Bhaker: भारतीय स्टार निशानेबाज मनु भाकर का पेरिस ओलंपिक 2024 में सफर खत्म हो गया है. उनके लिए ये इवेंट किसी सपने के सच होने जैसा रहा, जहां उन्होंने 2 ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रचा. अब मनु के पेरिस ओलंपिक से विदा लेने का वक्त आ गया है. ऐसे में उन्होंने सोशल मीडिया पर एक दिल छू लेने वाला पोस्ट शेयर किया है.
मनु भाकर के लिए पेरिस ओलंपिक का सफर सपने को जीने जैसा रहा. उन्होंने बैक टू बैक 2 इवेंट में मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. अब मनु का पेरिस ओलंपिक में सफर खत्म हो गया है. ऐसे में घर वापसी करने से पहले मनु ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने अपने इस सफर पर बातें शेयर कीं.
I am extremely overwhelmed by the support and wishes that have been coming in. Winning 2 bronze medals is a dream come true. This achievement is not just mine but belongs to everyone who has believed in me and supported me along the way. I couldn't have done it without the… pic.twitter.com/ZNrXz3D5Jg
— Manu Bhaker🇮🇳 (@realmanubhaker) August 3, 2024
मनु भाकर ने ट्वीट में लिखा-'2 कांस्य पदक जीतना एक सपना सच होने जैसा है. यह उपलब्धि सिर्फ मेरी नहीं है, बल्कि उन सभी की है जिन्होंने मुझ पर भरसो किया और मेरा साथ दिया. सभी लोगों के अटूट समर्थन के बिना ऐसा होना संभव नहीं था. अपने देश के लिए सबसे बड़े मंच पर प्रतिस्पर्धा करना और प्रदर्शन करना बहुत गर्व एवं खुशी का पल है. इस अविश्वसनीय यात्रा का हिस्सा बनने और हर कदम पर मेरे साथ खड़े रहने के लिए आप सभी का शुक्रिया. आप सभी का सपोर्ट मेरे लिए बहुत मायने रखता है. पेरिस में मेरे अभियान का एक खट्टामीठा अंत, लेकिन टीम इंडिया की सफलता में योगदान देने की खुशी है. जय हिंद.'
भारत को जिताए 2 मेडल
मनु भाकर का नाम अब सबकी जुबान पर है. 22 साल की हरियाणा की इस निशानेबाज ने पेरिस ओलंपिक में इतिहास रचा. पहले 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में वे व्यक्तिगत प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफर रहीं. वह ओलंपिक में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला शूटर बनीं. फिर सरबजोत सिंह के साथ मिलकर उन्होंने 0 मीटर एयर पिस्टल मिक्सड इवेंट में ब्रांज मेडल पर कब्जा जमाया.
इसी के साथ किसी एक ओलंपिक में 2 मेडल जीतने वाली वे भारत की पहली एथलीट हैंं. मेडल के तीसरे प्रयास में भी उनका प्रदर्शन अच्छा रहा और हर सीरीज में बेहतर प्रदर्शन करते हुए वे फाइनल तक पहुंची थी लेकिन आखिर में उन्होंने चौथे स्थान पर फिनिश किया.
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