सनराइजर्स हैदराबाद ने दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए आईपीएल के मैच में दिल्ली कैपिटल्स को 88 रनों से हरा दिया. 220 रनों के बड़े स्कोर का पीछा कर रही दिल्ली की टीम बुरी तरह फ्लॉप रही और 19 ओवरों में 131 रन ही बना सकी. उसकी ओर से विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने सबसे अधिक 36 रन बनाए. इसके अलावा अजिंक्य रहाणे ने 26 और शिमरोन हिटमायेर ने 16 रनों की पारी खेली. तुषार देशपांडे 20 रनों पर नाबाद लौटे. लेकिन लगातार मैच जीत रही दिल्ली कैपिटल्स को अचानक क्या हो गया, वहीं सवाल ये भी है कि सनराइजर्स हैदराबाद ने मजबूत मानी जाने वाली दिल्ली कैपिटल्स को कैसे हरा दिया. चलिए आपको बताते हैं मैच के पांच बड़े टर्निंग प्वाइंट्स.
- टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला गलत
आज के मैच में कप्तान श्रेयस अय्यर ने पहले गेंदबाजी का फैसला कर लिया. श्रेयस अय्यर को लग रहा था कि बाद में ओस गिरेगी और गेंदबाजी मुश्किल हो जाएगी, लेकिन उन्हें ये अंदाजा नहीं था कि डेविड वार्नर और उनकी टीम कुछ और ही सोच कर बैठी है. टॉस हारने के बाद सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान डेविड वार्नर ने कहा भी कि वे अगर टॉस जीतते तो पहले बल्लेबाजी ही करते. श्रेयस अय्यर ने वार्नर की मुराद पूरी कर दी और आते ही डेविड वार्नर और रिद्धिमान साहा ने हमला बोल दिया. सनराइजर्स हैदराबाद ने रन कितनी तेजी से बनाए, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि टीम ने पावर प्ले के छह ओवरों में 77 रन जोड़ दिए. पावरप्ले में हैदराबाद का अब तका सर्वाधिक स्कोर 79 रनों का है, जो उसने 2017 में बनाया था.
- हैदराबाद की नई सलामी जोड़ी
आज के मैच में सनराइजर्स हैदराबाद ने अपनी टीम में कई बदलाव किए. इसमें से एक बदलाव था जॉनी वेयरेस्टो को बैठाकर रिद्धिमान साहा को मौका देना. इससे पहले रिद्धिमान साहा को इस आईपीएल में एक ही मैच खेलने का मौका मिला था, तब उन्होंने 30 रन बनाए थे. आज मिले मौके को साहा ने हाथों हाथ लिया और डेविड वार्नर के साथ ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की. डेविड वार्नर तो तेज खेलने के लिए जाने ही जाते हैं, उनका साथ साहा ने भी दिया. रिद्धिमान साहा ने 45 गेंदों पर 12 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 87 रन बनाए.
- डेविड वार्नर की तूफानी पारी
आज का दिन और मैच कप्तान डेविड वार्नर के लिए बहुत अहम था. पहले तो डेविड वार्नर का जन्मदिन था, साथ ही टीम के लिए यह मैच बहुत खास था. अगर आज का मैच अगर टीम हार जाती तो वे आईपीएल से बाहर हो जाते. डेविड वार्नर इतनी से हार मानने वाले नहीं थे और आते ही वार्नर ने हमला बोला और गेंद उनके बल्ले पर आ भी रही थी. रिद्धिमान साह और वार्नर की बल्लेबाजी के कारण ही टीम इतने बड़े स्कोर तक पहुंच पाई. कप्तान डेविड वार्नर ने 34 गेंदों पर 8 चौकों और दो छक्कों की मदद से 66 रनों की पारी खेली.
- कगिसो रबाडा का भी न चलना
अभी तक आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की गेंदबाजी भी काफी मजबूत मानी जा रही है. कई मैच दिल्ली कैपिटल्स ने अपनी बल्लेबाजी की दम पर जीते हैं, वहीं कई मैच गेंदबाजी की दम पर. जब सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने दिल्ली के गेंदबाजों पर हमला बोला तो सबसे ज्यादा उम्मीद कगिसो रबाडा से की जा रही थी. वे कई मैचों में अपनी टीम को ब्रेकथ्रू दिलाने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन आज उनकी गेंदबाज में वो बात नजर नहीं आई, इसलिए सनराइजर्स हैदराबाद का काम और भी आसान हो गया. ऐसा कम ही होता है कि रबाडा को मैच में एक भी विकेट न मिले, आज के मैच में ऐसा ही हुआ. रबाडा ने चार ओवर में 54 रन दिए और एक भी विकेट वे नहीं ले पाए.
- राशिद खान की कमाल की गेंदबाजी
राशिद खान वैसे भी कमाल के गेंदबाज हैं. जब टीम को छोटा स्कोर बचाना होता है तो नजर सबसे पहले राशिद खान पर ही जाती है, आज तो बल्लेबाजों ने काम कर ही दिया था. ऐसे में वे और भी घातक हो गए. इस मैच में राशिद खान ने चार ओवर में केवल सात रन दिए और तीन विकेट झटके. इनमें कोई छोटे या पुछल्ले बल्लेबाज नहीं थे. राशिद खान ने अजिंक्य रहाणे, शिमरन हेटमायर और अक्षर पटेल को अपना शिकार बनाया. जब राशिद खान ऐसी गेंदबाजी करें तो रन कैसे बनते, ये भी बड़ा सवाल है.