आईपीएल सीजन 14 का काउंटडाउन शुरु हो गया है और 18 फरवरी को ऑक्शन में साफ हो जाएगी कि किस टीम में किस खिलाड़ी को जगह मिलने वाली है. 292 खिलाड़ियों पर बोली लगने वाली है जिसमें से सिर्फ 61 ही खरीदे जाएंगे. आईपीएल का आगाज साल 2008 से हुआ था और तभी से क्रिकेट के कई दिग्गजों ने इस क्रिकेट लीग में हिस्सा लिया. कुछ दिग्गज खिलाड़ी अपनी छाप छोड़ गए लेकिन कुछ ऐसे भी दिग्गज आए जिनको आईपीएल बिल्कुल भी रास नहीं आया. यहां हम बात करने वाले हैं क्रिकेट के उन तीन दिग्गज बल्लेबाजों की जिनका प्रदर्शन आईपीएल में अच्छा नहीं रहा.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के पूर्व कप्तान जिनकी कप्तानी में कंगारु टीम ने साल 2015 का विश्व कप जीता था उनका करियर दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग आईपीएल में कुछ खास नहीं रहा. माइकल क्लार्क को 2011 में आईपीएल में खेलने का मौका मिला और उन्हें पुणे वॉरियर्स ने अपनी टीम में शामिल किया. माइकल क्लार्क ने छह मुकाबलों में सिर्फ 98 रन बनाए और सिर्फ दो विकेट लिए थे. यहां तक की क्लार्क के बल्ले से छक्का भी नहीं लगा पाए.
टीम इंडिया की दीवार चेतेश्वर पुजारा
टीम इंडिया की दीवार कह जाने वाले चेतेश्वर पुजारा में टेस्ट क्रिकेट में अपना लोहा मनवाया है लेकिन टी-20 फॉर्मेट में उनका बल्ला बहुत शांत रहा. इस बार उनका नाम ऑक्शन में शामिल किया गया है और उनका बेस प्राइज 50 लाख रखा गया है. इससे पहले भी पुजारा को आईपीएल खेलने का मौका मिला है लेकिन वो नाकाम रहे थे.चेतेश्वर पुजारा ने आईपीएल के कुल 30 मैच खेले और 390 रन बनाए हैं. पुजारा के धीमे खेल को देखते हुए उन्हें टीमों ने खरीदना बंद कर दिया. पुजारा आईपीएल में केकेआर, आरसीबी और किंग्स इलेवन से खेल चुके हैं.
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली
टीम इंडिया को सौरव गांगुली ने अपनी कप्तानी से मजबूत बनाया लेकिन आईपीएल में दादा का जादू नहीं चला और उनका करियर फटाफट क्रिकेट में अच्छा नहीं रहा. सौरव गांगुली ने आईपीएल में केकेआर के साथ साथ पुणे वॉरियर्स में भी अपनी सेवाएं दी. दादा ने इंडियन प्रीमियर लीग में कुल 59 मैच मैच खेले और 1349 रन बनाए. सौरव गांगुली के धीरे धीरे उनके खराब फॉर्म के चलते ऑक्शन से बाहर किया जाने लगा और फिर उन्होंने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया.
Source : Sports Desk