IPL 2023 : आईपीएल 2023 का पहला क्वालीफायर मैच गुजरात टाइटंस और चेन्नई सुपर किंग्स (GT vs CSK) के बीच खेला गया था. जहां, CSK शानदार जीत दर्ज कर सीधे फाइनल में पहुंच गई. वहीं गुजरात को अब दूसरे क्वालीफायर में मुंबई का सामना करना है. मगर, अब इस बीच एमएस धोनी से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. 23 मई को GT के खिलाफ खेले गए मुकाबले में एमएस धोनी और मथीशा पथिराना से ओवर कराने के लिए अंपायर से बातचीत की और इसके चलते काफी देर तक मैच रुका रहा. अब इस मामले पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने ट्वीट कर सवाल उठाए हैं.
मथीशा पथिराना की वजह से हुआ विवाद ?
महेंद्र सिंह धोनी का दिमाग कंम्प्यूटर से भी तेज चलता है. मंगलवार को गुजरात टाइटंस के साथ खेले गए मैच में भी माही ने अपना दिमाग लगाया और टीम को फाइनल की टिकेट दिलाई. मगर, अब जो विवाद खड़ा हो गया है, उसकी शुरुआत उस मैच के दौरान ही हुई थी. दरअसल, GT की पारी के 12वां ओवर में पथिराना 8 मिनट के लिए मैदान से बाहर गए थे. जब वह वापस लौटे, तो माही ने उन्हें 16वां ओवर करने के लिए कहा. बस इसी बात को लेकर धोनी और अंपायर के बीच बहस हो गई और मैच रुका रहा. लेकिन फिर बहस के बाद 16वां ओवर पथिराना ने ही फेंका.
क्या कहता है नियम ?
आईपीएल के नियम की बात करें, तो अगर कोई खिलाड़ी इंटरनल इंजरी के चलते इलाज के लिए या फिर किसी और कारण से मैदान से बाहर जाता है, तो उसे मैदान पर वापस लौटने के बाद उतना ही वक्त मैदान पर बिताना होगा. तभी वो गेंदबाजी कर सकता है. इस नियम का पता चलते ही माही ने बीच मैदान मैच को चालाकी से रोके रखा और 16वां ओवर पथिराना से ही डलवाया.
धोनी ने चली चाल
खबरों की मानें, तो धोनी फील्ड सजा रहे थे, तभी उन्होंने देखा की अंपायर मथीशा पथिराना से बात कर रहे हैं. इसके बाद धोनी स्क्वेयर लेग पर खड़े अंपायर क्रिस गैफरी के पास गए और पता किया की अंपायर उनसे क्या बात कर रहे हैं. ऐसे में धोनी को जब ये जानकारी मिली की नियमों के तहत पथिराना तुरंत बॉलिंग नहीं कर सकते. तो उन्होंने अंपायर्स से बात की, उनके पास पथिराना के अलावा बॉलिंग का कोई विकल्प नहीं है. इस बातचीत के दौरान मैच 4 मिनट तक रुका रहा और इसके बाद पथिराना को बॉलिंग की अनुमति दी गई और धोनी की चाल कामयाब हो गई.
धोनी ने तोड़ा नियम ?
ये सवाल अभी भी बना हुआ है कि अंपायर ने अनुचित खेल कानून, 41.9 के तहत CSK को सजा देने के बारे में सोचा, जो फील्डिंग के दौरान समय बर्बाद करने से जुड़ा है. नियम के अनुसार, ऐसा करने पर अंपायर को फील्डिंग टीम को चेतावनी देनी होती है और अगर उन्हें लगता है कि ओवर के दौरान जानबूझकर समय बर्बाद किया जा रहा है, तो दोबारा ऐसा करने पर टीम पर 5 रन की पेनल्टी लगाई जाती है और बॉलर को सस्पेंड भी किया जा सकता है. हालांकि, इसका फैसला अंपायर के हाथों में है की नियम तोड़ा गया है या नहीं.
ब्रैड हॉग ने किया ट्वीट
इस मामले पर ब्रैड हॉग ने पोस्ट शेयर किया कि, धोनी ने अपने वहां होने का फायदा उठाया और 4 मिनट तक अंपायर को अपनी बातों में उलझाए रखा. ताकि वो पथिराना से 16वां ओवर करा सकें. अंपायर की स्थिति अपने हाथ में रखनी चाहिए थी. लेकिन वो हंस रहे थे, जो बिलकुल भी सही नहीं था. इसके बाद से ये बात हो रही है कि एमएस ने जानबूझकर समय बर्बाद किया और उनपर जुर्माना लगाया जा सकता है या और सख्त कड़ी कार्रवाई करते हुए फाइनल मैच के लिए बैन किया जा सकता है.
Source : Sports Desk