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IPL 2022 : तो इसलिए मुंबई और चेन्नई आईपीएल की बादशाह टीमें हैं

IPL 2022 : चेन्नई और मुंबई की टीम का डंका बजता है आईपीएल में. और जैसे ये टीम अपनी प्लानिंग बना रही हैं, उसे देख कर तो यही लगता है कि शायद ही कोई टीम टक्कर दे पाए. 

Updated on: 13 Jan 2022, 12:19 PM

नई दिल्ली:

साल 2008 में जब आईपीएल (IPL) की शुरूआत हुई थी तो सभी के लिए ये लीग एक नया अनुभव ले कर आई. अलग-अलग देश के प्लेयर्स एक ही ड्रेसिंग रूम में थे. जो कभी मैदान पर एक दूसरे के साथ लड़ाई करते थे वो आज साथ में खेल रहे थे. टीमों को भी नहीं पता था कि जीत का फंडा क्या है. लेकिन इसी में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की टीम निकल कर आती है. कप्तान होते हैं विश्वविजेता महेंद्र सिंह धोनी (Dhoni). धोनी की टीम ने शुरू से ही जीत की लय पकड़ कर रखी. दूसरी टीमों को ये लय बनाने में बहुत समय लग गया. चेन्नई ने जहां जीत की लय पाने में ज्यादा समय नहीं लगा, वहीं मुंबई (Mumbai Indians) को हालांकि दो से तीन साल ज्यादा लगे. लेकिन 2012 के बाद तो मानो जैसे टीम ने कोई कसर नहीं छोड़ी है. आज हम आपको बताते हैं कि आखिर ये दोनों टीमें आज भी राजाओं के जैसे क्यों आईपीएल पर राज करती हैं. रिटेन किए गए खिलाड़ियों में भी इन दो टीमों के फैसले सबसे ज्यादा ठीक हैं. 

कप्तान है धाकड़ 
दोनों ही टीमों की बात करें तो सबसे पहले बात कप्तानी से ही शुरू होती है. धोनी और रोहित लगभग एक ही शैली से आपको कप्तानी करते हुए नजर आते हैं. दोनों ही मैदान पर शांत होकर अपने फैसले लेते हैं. साथ ही टीम को किस तरह से चलाना है ये इन दो कप्तानों से बेहतर अभी तक आईपीएल में कोई नहीं करके बता पाया है.

प्लेयर्स पर भरोसा 
ये बात आपने जरूर नोटिस की होगी कि मुंबई और चेन्नई के प्लेयर्स भले ही अच्छी फॉर्म में नहीं होते हैं फिर भी टीम में हमेशा इनकी मौजूदगी रहती है. यानी टीम मेनेजमेंट अपने प्लेयर्स पर भरोसा दिखाते हैं. ये नहीं कि एक दो मैच के प्रदर्शन पर ही खिलाड़ी को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाए.

कप्तान और कोच की भूमिका 
टीम में किस प्लेयर्स को लेना है या फिर किसको छोड़ना है, ये फैसला टीम का कप्तान और कोच करते हैं. टीम के मालिकों की राय बहुत ही कम होती है. पंजाब, बेंगलुरु जैसी टीमों में आप देखते हैं कि खिलाड़ियों से ज्यादा टीम के मालिक अपनी चलाते हैं.

पॉजिटिव सोच 
टीम चाहे कितने भी मैच हार रहीं हों फिर भी एक सोच के साथ आगे जाती है. जिससे होता ये है कि टीम ज्यादा पेनिक नहीं करती है. कई बार हम सभी ने देखा है कि लगातार मैच हारने के बाद भी मुंबई की टीम आईपीएल को अपने नाम करने में सफल हुई है.

तो इसलिए चेन्नई और मुंबई की टीम का डंका बजता है आईपीएल में. और जैसे ये टीम अपनी प्लानिंग बना रही हैं, उसे देख कर तो यही लगता है कि शायद ही कोई टीम टक्कर दे पाए.