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CSK vs KKR: आईपीएल से बाहर हो चुकी CSK, बिगाड़ सकती है KKR का खेल

पिछले मैच में कोलकाता की बल्लेबाजी बुरी तरह से फ्लॉप रही थी. सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल और कप्तान इयोन मॉर्गन के अलावा कोई और बल्लेबाज नहीं चला था.

Updated on: 29 Oct 2020, 01:50 PM

नई दिल्ली:

IPL 2020 का 49वां मैच गुरुवार को चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) और कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata Knight Riders) के बीच दुबई (Dubai) में खेला जाएगा. दोनों ही टीमों का ये 13वां मैच होगा. इससे पहले चेन्नई और कोलकाता 12-12 मैच खेल चुकी हैं. चेन्नई ने जहां 12 में से सिर्फ 4 मैच जीते हैं तो वहीं कोलकाता ने 6 मैचों में जीत हासिल की है. चेन्नई जहां प्लेऑफ की दौड़ से लगभग बाहर हो चुकी है तो वहीं कोलकाता को प्लेऑफ में पहुंचने के लिए ये मैच जीतना बहुत जरूरी है.

कोलकाता इस समय 12 मैचों में छह जीत और छह हार के साथ 12 अंक लेकर पांचवें स्थान पर है. उसके दो मैच बचे हैं और दोनों में जीत उसे प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करा देंगी. कोलकाता अगर एक मैच भी हारती है तो उसे फिर दूसरी टीमों के आंकड़ों पर निर्भर रहना होगा. पिछले मैच में किंग्स इलेवन पंजाब ने कोलकाता को मात दी थी और इसी कारण कोलकाता के लिए अब हर मैच जीतना लाजमी हो गया है.

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पिछले मैच में कोलकाता की बल्लेबाजी बुरी तरह से फ्लॉप रही थी. सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल और कप्तान इयोन मॉर्गन के अलावा कोई और बल्लेबाज नहीं चला था. इन दोनों ने बेहतरीन साझेदारी की थी और टीम में अच्छे स्कोर की उम्मीद जगाई थी, लेकिन इन दोनों के आउट होते ही टीम बिखर गई और बड़ा स्कोर नहीं खड़ा कर पाई. गेंदबाजों ने भी निराश किया था. मनदीप सिंह और क्रिस गेल के सामने सभी ने हथियार डाल दिए थे.

प्रदर्शन में निरंतरता न रहना ही टीम की सबसे बड़ी कमजोरी है और इसलिए कोलकाता करो या मरो जैसी स्थिति में है. शुभमन गिल कोलकाता के इकलौते बल्लेबाज हैं जो लगातार अच्छा कर रहे हैं, लेकिन कोई और बल्लेबाज ऐसा नहीं कर सका है. राहुल त्रिपाठी और नीतीश राणा का बल्ला भी चला है, लेकिन निरंतरता नहीं है. दिनेश कार्तिक को इस सीजन फ्लॉप कहना बिल्कुल सही होगा. उनके बल्ले से सिर्फ एक अर्धशतक निकला है और इसके अलावा वह कई दफा दहाई के आंकड़ें में भी पहुंचने में संघर्ष करते दिखे हैं.

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कप्तान इयोन मोर्गन ने छोटी-छोटी पारियां खेली हैं, लेकिन अब समय है कि इंग्लैंड का यह विश्व विजेता कप्तान उस तरह की पारी खेले जो वह अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए खेलते आए हैं. सुनील नारायण पर भी नजरें रहेंगी. गेंदबाजी और बल्लेबाजी में भी. नारायण का बल्ला चलता है तो रन तेजी से आते हैं जो उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच में दिखाया था, लेकिन गेंदबाजी में उनकी शैली बदली हुई दिखी है. एक्शन को लेकर शिकायत होने के बाद नारायण जब से लौटे हैं गेंद से असरदार नहीं रहे हैं. यह कोलकाता के लिए चिंताजनक है. टीम की गेंदबाजी में वरुण चक्रवर्ती ने अपनी मिस्ट्री स्पिन से प्रभावित किया है. पैट कमिंस, शिवम मावी, कमलेश नागरकोटी और प्रसिद्ध कृष्णा पर तेज गेंदबाजी में काफी कुछ निर्भर करता है.

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दूसरी ओर, चेन्नई सुपर किंग्स के पास खोने को कुछ नहीं है. उसने अपने पिछले मैच में एकतरफा प्रदर्शन किया था और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को मात दी थी. टीम में कुछ बदलाव देखे गए थे जो असरदार साबित हुए थे. ऋतुराज गायकवाड़ ने बतौर सलामी बल्लेबाज आकर अर्धशतक जमाया था. अंबाती रायडू भी फॉर्म में दिखे थे. फाफ डु प्लेसिस इस समय अच्छी फॉर्म में हैं. महेंद्र सिंह धोनी और रविंद्र जडेजा भी चाहेंगे कि टूनार्मेंट के अंत में उनके बल्ले से कुछ यादगार पारियां निकलें.

सैम कर्रन इस सीजन टीम की खोज रहे हैं. गेंदबाजी में दीपक चाहर और शार्दुल ठाकुर भी टीम के लिए उपयोगी रहे हैं. स्पिन में मिचेल सैंटनर को पिछले मैच में मौका मिला था और चार ओवरों में 23 रन देकर एक विकेट लिया था. सैंटनर कोलकाता के खिलाफ भी दिखाई दे सकते हैं. चेन्नई की सिर्फ एक ही कोशिश रहेगी कि वह इस टूनार्मेंट का अंत जीत के साथ करे, और अगर वह इसमें सफल होती है तो कुछ टीमों का प्लेऑफ में जाने का गणित बिगड़ सकता है. कोलकाता को इससे बचना होगा.