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IPL 2020 : इस साल नहीं होगा IPL! अब केवल ऐलान होना ही रह गया है बाकी

दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग आईपीएल को लेकर संदेह अभी तक बना हुआ है. आईपीएल का 13वां सीजन इस बार 29 मार्च से शुरू होना था, लेकिन कोराना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते इसे अब 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया है.

Updated on: 17 Mar 2020, 12:22 PM

New Delhi:

दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग आईपीएल (IPL 2020) को लेकर संदेह अभी तक बना हुआ है. आईपीएल का 13वां सीजन इस बार 29 मार्च से शुरू होना था, लेकिन कोराना वायरस (corana Virus) के बढ़ते प्रकोप के चलते इसे अब 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया है. हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि आईपीएल इस बार होगा भी कि नहीं. हालांकि अब आईपीएल की टीमें भी यह बात सुनने के लिए लगभग तैयार हैं कि इस बार आईपीएल नहीं होगा. अगर कुछ दिन और ऐसा ही चलता रहा तो आईपीएल (Vivo IPL) फैंस के लिए बुरी खबर आने में अब ज्‍यादा देर नहीं लगेगी. हालांकि आईपीएल को लेकर सोमवार शाम को एक महत्‍वपूर्ण टेली कॉफ्रेंस हुई, लेकिन इसमें कुछ भी तय नहीं हो सका. 

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आईपीएल की आठ फ्रेंचाइजी टीमों के मालिकों की सोमवार को टेली कांफ्रेन्स के दौरान कोई फैसला नहीं किया गया, क्योंकि देश और विश्व भर में कोरोना वायरस महामारी को लेकर पिछले 48 घंटों में कोई बदलाव नहीं आया है. आईपीएल-13 को पहले 29 मार्च से शुरू होना था, लेकिन अब इसे 15 अप्रैल तक स्‍थगित कर दिया गया है. भारत में कोविड-19 के अब भी 126 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि दो की मौत हो चुकी है. सभी विदेशी वीजा 15 अप्रैल तक रोक दिए गए हैं, जबकि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने छोटे आईपीएल के संकेत दिए हैं. एक आईपीएल फ्रेंचाइजी के मालिक ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, आज की बैठक में कुछ भी ठोस चर्चा नहीं हुई. पिछले 48 घंटों में स्थिति में बदलाव नहीं आया है, इसलिए आईपीएल के आयोजन की बात करना अभी जल्दबाजी होगी. उन्होंने कहा, हमें देखो और इंतजार करो की नीति अपनानी होगी. हम स्थिति का जायजा लेने के लिये साप्ताहिक आधार पर इस तरह की कान्फ्रेन्स बैठक करते रहेंगे.

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कोरोनावायरस के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) पर काले बादल मंडरा रहे हैं, लेकिन फ्रेंचाइजियां बीसीसीआई के साथ मिलकर लीग के 13वें संस्करण को आयोजित कराने के लिए पूरी शिद्दत से मेहनत कर रही हैं. वहीं दूसरी तरफ फ्रेंचाइजियों के मालिकों ने अपने आप को लीग के रद होने की खबर सुनने के लिए भी तैयार कर लिया है. कोरोनावायरस के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) पर काले बादल मंडरा रहे हैं, लेकिन फ्रेंचाइजियां बीसीसीआई के साथ मिलकर लीग के 13वें संस्करण को आयोजित कराने के लिए पूरी शिद्दत से मेहनत कर रही है. वहीं दूसरी तरफ फ्रेंचाइजियों के मालिकों ने अपने आप को लीग के रद होने की खबर सुनने के लिए भी तैयार कर लिया है.

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सोमवार की टेली कॉफ्रेंसिंग से पहले एक फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि फ्रेंचाइजियों के मालिकों की कॉन्फ्रेंस कॉल शाम छह बजे होनी है, लेकिन बीमारी के भयानक रूप लेने के कारण चीजें थोड़ी बहुत बिगड़ रही हैं. अधिकारी ने कहा था कि हमारी आज शाम को कॉन्फ्रेंस कॉल होनी है और हम स्थिति को लेकर चर्चा करेंगे, लेकिन आस-पास की स्थिति देखिए स्कूल, कॉलेज, मॉल और थिएटर सभी बंद हैं. स्वास्थ विभाग के नए आदेश के बाद से जिम भी बंद हैं. ऐसे में यह भी हो सकता है कि लीग इस सीजन के लिए रद्द कर दी जाए. एक अन्य अधिकारी ने कहा कि बीसीसीआई के साथ हुई बैठक में सर्वसम्मित से यह फैसला लिया गया था कि सुरक्षा पहले है और हम ऐसी स्थिति में साथ हैं. देखते हैं कि चीजें कैसे होती हैं, हो सकता है कि इस साल लीग न हो. उनसे जब पूछा गया कि क्या फ्रेंचाइजियां इस नुकसान के लिए तैयार हैं तो अधिकारी ने कहा कि कोई और विकल्प नहीं है. अधिकारी ने कहा, हमें 15-20 करोड़ रुपये का नुकसान होगा, जो हमें वेतन देने और बाकी चीजों से होगा. यह पैसा लीग के सफल आयोजन से आता है. लेकिन कुछ अन्य नुकसान भी हैं और यह मर्चेडाइज आदि की बिक्री से आता है. टिकट आदि चीजों का बीमा है, लेकिन यह इस तरह का नुकसान है जो लीग के न होने पर फ्रेंचाइजियों को ही उठाना पड़ेगा. लेकिन हमें पता है कि कोई भी चीज इंसान की सुरक्षा से बढ़कर नहीं है.

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बीसीसीआई और आईपीएल फ्रेंचाइजियों ने सरकार द्वारा विदेशी खिलाड़ियों को लीग में खेलने की मंजूरी देने की बात की थी, लेकिन सवाल यह है कि क्या विदेशी बोर्ड अपने खिलाड़ियों को इस स्थिति में यहां आने की मंजूरी देंगे. एक अधिकारी ने कहा कि यह भी मुद्दा है जिसे चर्चा के दौरान ध्यान में रखा जाएगा. अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, सही बात है, हम जहां विदेशी खिलाड़ियों के आने और उनके वीजा की बात कर रहे हैं, वहीं हमें यह देखना होगा कि क्या विदेशी बोर्ड अपने खिलाड़ियों को यहां आने की मंजूरी देंगे और क्या सरकार खिलाड़ियों के नियम में नरमी बरतेगी. अभी सभी बोर्ड चाहते हैं कि आईपीएल हो, लेकिन आप नहीं जानते कि महीने के आखिरी में क्या फैसला लिया जाना है. यह इस पर निर्भर है कि क्या अंत में स्थिति में कोई हैरान करने वाला बदलाव आएगा. भारतीय सरकार ने 11 मार्च को कोरोनावायरस के कारण कुछ अधिकारियों को छोड़कर विदेशी लोगों के सभी वीजा रद्द कर दिए थे.