logo-image

IPL 2020 : IPL Auction 19 को, कोलकाता के हालात ठीक नहीं

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2020) के अगले संस्करण की नीलामी 72 घंटों के भीतर कोलकाता में होनी हैं ऐसे में फ्रेंचाइजियां शहर पर नजरें रखे हुई हैं.

Updated on: 17 Dec 2019, 07:00 AM

नई दिल्‍ली:

नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के कारण पूरे भारत में विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है और इनमें से एक सबसे प्रभावी इलाका पश्चिम बंगाल है. इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2020) के अगले संस्करण की नीलामी 72 घंटों के भीतर कोलकाता में होनी हैं ऐसे में फ्रेंचाइजियां शहर पर नजरें रखे हुई हैं. बीसीसीआई (BCCI) के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि यह बहुत जाहिर सी बात है कि हर कोई स्थिति को जानना चाहता है क्योंकि वहां राज्य में हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.

यह भी पढ़ें ः ICC Test Ranking : विराट कोहली नंबर वन, स्‍टीव स्‍मिथ से ली बड़ी लीड, यहां देखें पूरी लिस्‍ट

अधिकारी ने कहा, ज्याद घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन हां, वहां क्या हो रहा है इस पर नजर रखी जा रही है. नीलामी गुरुवार को होनी है और आज वहां रैली निकाली गई, हमें लगातार स्थिति पर नजर रखनी होगी. विरोध के चलते शहर के कई हिस्से-माल्दा, मुर्शिदाबाद, हावड़ा, नार्थ 24 प्रगांड़ और साउथ 24 प्रांगड़ के कई हिस्सों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. वहीं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 20 दिसंबर को अपनी पार्टी के सीनियर नेताओं की बैठक बुलाई है ताकि नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर रणनीति बनाई जाए.

यह भी पढ़ें ः IND VS WI : 198 गेंदें और नतीजा 0, ये रहा चेन्नई में स्पिनरों का हाल, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

एक अन्य फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने बताया है कि नीलामी में आने वाले अधिकतर सदस्य मंगलवार को कोलकाता पहुंच रहे हैं और 20 दिसंबर को वहां से वापसी करेंगे. इसलिए इस स्थिति में हालात पर नजर रखने की जरूरत है. अधिकारी ने कहा, अधिकतर मालिक 18 दिसंबर को वहां पहुंच रहे हैं और 19 दिसंबर को वापसी कर रहे हैं, जबकि बाकी के सदस्य एक दिन बाद लौट रहे हैं और कल शहर में पहुंचेंगे. ऐसे में हालात पर नजर रखी जा रही है. अन्य फ्रेंचाइजी के एक अधिकारी ने कहा कि बीसीसीआई की तरफ से सुरक्षा पुख्ता करने को कोई अपील नहीं की गई है ऐसे में देखो और इंतजार करो की नीति अपनाई जा रही है. अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, हम लगातार नजर बनाए रखे हुए हैं, लेकिन हमने अभी तक नीलामी स्थल की सुरक्षा को पुख्ता करने की अपील नहीं की है.