logo-image

IPL 2020 के 10 स्‍टार खिलाड़ी, सभी एक से बढ़कर एक, जानिए आंकड़े

आईपीएल 2020 खत्‍म हो गया है, कुछ टीमों के लिए ये आईपीएल यादगार रहा, वहीं कुछ टीमों के लिए अच्‍छा नहीं रहा. मुंबई इंडियंस ने एक बार फिर खिताब अपने नाम कर लिया है, वहीं दिल्‍ली कैपिटल्‍स का सपना चकनाचूर हो गया है.

Updated on: 11 Nov 2020, 07:12 PM

नई दिल्‍ली :

आईपीएल 2020 खत्‍म हो गया है, कुछ टीमों के लिए ये आईपीएल यादगार रहा, वहीं कुछ टीमों के लिए अच्‍छा नहीं रहा. मुंबई इंडियंस ने एक बार फिर खिताब अपने नाम कर लिया है, वहीं दिल्‍ली कैपिटल्‍स का सपना चकनाचूर हो गया है. हालांकि इस आईपीएल में देश और दुनिया के कई खिलाड़ी ऐसे रहे, जिन्‍होंने शानदार खेल का प्रदर्शन किया. इसमें कई पहले से ही दिग्‍गज कहे जाते हैं, वहीं कुछ नए खिलाड़ियों ने भी इसमें जगह बनाई है. लोकेश राहुल, डेविड वार्नर, जसप्रीत बुमराह और कैगिसो रबाडा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों ने कोरोना वायरस के कारण मुश्किल हालात में खेली गई इंडियन प्रीमियर लीग में अपने अनुभव का फायदा उठाया, वहीं देवदत्त पडिक्कल, रुतुराज गायकवाड़, टी नटराजन और वरुण चक्रवर्ती जैसे नए खिलाड़ियों ने अपने कौशल का लोहा मनवाया. लगभग दो महीने तक चले आईपीएल में अपने प्रदर्शन से चमक बिखने वाले 10 शानदार खिलाड़ियों की सूची इस प्रकार है. 

  1. केएल राहुल 
    कप्तान के रूप में अपने पहले साल में लोकेश राहुल ने 55.83 की औसत से 670 रन बनाने के साथ किंग्स इलेवन पंजाब को ज्यादातर मैचों में शानदार शुरुआत दिलाई. वह लगातार तीसरे साल टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर रहे. उन्होंने पिछले दो सीजन में केएल राहुल ने 593 और 659 रन बनाए थे. उनकी कप्तानी में किंग्‍स इलेवन पंजाब की टीम ने शुरुआती सात में से छह मैचों में हार का सामना करने के बाद शानदार वापसी की, लेकिन मामूली अंतर से प्लेऑफ में जगह बनाने से चूक गई. 

  2. डेविड वार्नर 
    सनराइजर्स के कप्तान डेविड वार्नर ने एक बार फिर अपने बल्ले का लोहा मनवाया और इस टूर्नामेंट के लगातार छठे सीजन में 500 से अधिक रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए. उन्होंने आईपीएल में खराब शुरुआत के बाद भी टीम को प्लेऑफ में पहुंचाया. 

  3. टी नटराजन 
    सनराइजर्स हैदराबाद को टूर्नामेंट में तीसरा स्थान दिलाने में डेविड वार्नर और राशिद खान के साथ बाएं हाथ के तेज गेंदबाज टी नटराजन ने सबसे अहम भूमिका निभाई. चोटिल भुवनेश्वर कुमार की अनुपस्थिति में, नटराजन ने अपने खेल में सुधार किया और लगातार सटीक यॉर्कर डाले. उन्होंने टूर्नामेंट में 31.50 की औसत से 16 विकेट लिए. 

  4. कैगिसो रबाडा 
    टूर्नामेंट के फाइनल में पहली बार पहुंचने वाली दिल्ली कैपिटल्स की सफलता के पीछे दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा का हाथ रहा. उन्होंने 18.26 की औसत से सीजन में सबसे अधिक 30 विकेट लिए. उन्होंने हमवतन एनरिच नोर्जे (22 विकेट) के साथ शानदार जोड़ी बनाई. 

  5. शिखर धवन 
    पूरे सीजन में दिल्ली कैपिटल्स की टीम पारी की अच्छी शुरूआत के लिए संघर्ष करती दिखी, लेकिन शिखर धवन एक छोर पर मजबूती से डटे रहे. उन्होंने टूर्नामेंट में 618 रन बनाए जिसमें लगातार दो मैचों में शतक लगाने का रिकार्ड भी शामिल है. 

  6. देवदत्त पाडिक्कल 
    आईपीएल के अपने शुरुआती सीजन में देवदत्त पडिक्कल ने 473 रन बनाने के साथ रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के टॉप आर्डर को मजबूती दी है. आकर्षक शॉट लगाने वाले इस युवा खिलाड़ी ने कप्तान विराट कोहली और अनुभवी एबी डिविलियर्स के बोझ को भी कम किया है. वह टूर्नामेंट के उदयीमान खिलाड़ी भी बने. 

  7. रुतुराज गायकवाड 
    रुतुराज गायकवाड के लिए यह टूर्नामेंट फर्श से अर्श तक के सफर वाला रहा. कोरोना वायरस की चपेट में आने के कारण शुरुआती मैचों से बाहर रहने के बाद उन्होंने मौका मिलने पर पहले तीन मैच में क्रमश: शून्य, पांच, शून्य रन बनाए. उन्होंने हालांकि लगातार तीन अर्धशतक लगाकर अपनी कौशल का लोहा मनवाया. चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए यह सबसे खराब टूर्नामेंट जरूर रहा, लेकिन उन्हें भविष्य का सितारा मिल गया. 

  8. वरुण चक्रवर्ती 
    अबूझ स्पिनर वरुण चक्रवती ने का प्रदर्शन इतना दमदार रहा की कोलकाता नाइट राइडर्स को कुलदीप यादव जैसे अनुभवी स्पिनर को अंतिम 11 से बाहर रखना पड़ा. उन्होंने भी 20.94 की औसत से 17 विकेट लेकर टीम को निराश नहीं किया. इसमें एक मैच में पांच विकेट भी शामिल है. वह इस प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम के लिए भी चुने गये लेकिन कंधे की चोट के कारण उनकी जगह फिर नटराजन का मिली. 

  9. इशान किशन 
    झारखंड के युवा विकेट-कीपर बल्लेबाज ने मुंबई इंडियंस को चैम्पियन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. सौरभ तिवारी के चोटिल होने पर अंतिम 11 में मौका पाने वाले ईशान किशन ने 57.33 की शानदार औसत से 516 रन बनाए. उन्होंने इस दौरान सीजन में सबसे ज्यादा 30 छक्के भी लगाए. कप्तान रोहित शर्मा के चोटिल होने के दौरान उन्होंने पारी का आगाज करते हुए भी शानदार बल्लेबाजी की. 

  10. जसप्रीत बुमराह 
    लगभग छह महीने तक क्रिकेट से दूर रहने के बाद भी मुंबई इंडियंस की तेज गेंदबाजी के अगुवा जसप्रीत बुमराह के पैनापन में कोई कमी नहीं आई है, जिन्होंने महज 14.96 के औसत से 27 विकेट चटकाए. उन्होंने ट्रेंट बोल्ट (25 विकेट) के साथ शुरुआती और आखिरी ओवरों में विरोधी टीम के बल्लेबाजों को तेजी से रन बनाने का मौका नहीं दिया.