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Video: क्या थर्ड अंपायर के गलत फैसले की वजह से हारा चेन्नई? जबरदस्त बहस का विषय बना धोनी का विकेट

लक्ष्य का पीछा करने के दौरान जब चेन्नई सुपरकिंग्स के 3 विकेट गिर चुके थे, तब महेंद्र सिंह धोनी बल्लेबाजी करने के लिए क्रीज पर आए थे. उस समय टीम का स्कोर 3 विकेट के नुकसान पर 73 रन था.

Updated on: 14 May 2019, 12:34 PM

नई दिल्ली:

IPL 2019 का चैंपियन बेशक मुंबई इंडियंस बनी हो, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा चेन्नई सुपरकिंग्स की हार के हो रहे हैं. खास बात ये है कि इन सभी में सबसे ज्यादा जिस मुद्दे पर बात हो रही है, वह है महेंद्र सिंह धोनी का विकेट. जी हां, 150 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम महज 1 रन के अंतर से खिताबी जंग हार गई. चेन्नई की इस हार में धोनी की विकेट को मैच का टर्निंग पॉइन्ट बताया जा रहा है, जिसमें कोई दो राय नहीं है. चेन्नई की पारी के 13वें ओवर में ईशान किशन के सनसनाते थ्रो ने महेंद्र सिंह धोनी को वापस पवेलियन जाने के लिए मजबूर कर दिया. यहीं से चेन्नई के ऊपर संकट के बादल आ उमड़े थे.

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लक्ष्य का पीछा करने के दौरान जब चेन्नई सुपरकिंग्स के 3 विकेट गिर चुके थे, तब महेंद्र सिंह धोनी बल्लेबाजी करने के लिए क्रीज पर आए थे. उस समय टीम का स्कोर 3 विकेट के नुकसान पर 73 रन था. हार्दिक पांड्या के ओवर में शेन वॉटसन ने एक शॉट खेला, जिस पर दोनों बल्लेबाजों ने आसानी से दौड़कर एक रन ले लिया था. हालांकि बल्लेबाजों के रन दौड़ने के दौरान लसिथ मलिंगा के गलत थ्रो की वजह से शेन वॉटसन और धोनी को एक रन और लेने का कठिन मौका मिला, जिस पर धोनी के निर्देशों के बाद वॉटसन दूसरे रन के लिए भी भाग पड़े. लेकिन इस दौरान खुद धोनी ईशान किशन के थ्रो का शिकार हो गए.

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ईशान किशन के डायरेक्ट थ्रो के बाद मुंबई ने अंपायर से आउट की अपील की, जिसे थर्ड अंपायर के पास भेज दिया गया. थर्ड अंपायर ने फैसला लेने में काफी लंबा समय लिया और आखिरकार धोनी को आउट करार दिया. थर्ड अंपायर नाइजल लॉन्ग के इस फैसले पर धोनी और चेन्नई के फैंस काफी निराश हैं. बता दें कि ऐसे मामलों में ज्यादातर फैसले बल्लेबाज के हक में जाते हैं, लेकिन धोनी के मामले में अंपायर का फैसला गेंदबाजी करने वाली टीम के पक्ष में गया. अंपायर के इसी फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर जबरदस्त बहस छिड़ी हुई है.