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IPL 12 FINAL: खिताबी जंग में कल मुंबई और चेन्नई के बीच होगी आर-पार की लड़ाई, जानें किसका पलड़ा भारी

मुंबई ने धीमी शुरुआत के बाद वापसी की तो चेन्नई शुरू से अंकतालिका में पहले स्थान पर थी और प्लेऑफ में जाने वाली पहली टीम बन गई थी.

Updated on: 11 May 2019, 07:04 PM

हैदराबाद:

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें सीजन की अंतिम जंग उन दो टीमों के बीच होनी है, जो तीन-तीन बार खिताब जीत चुकी हैं और चौथी बार फाइनल में पहुंची हैं. रविवार को होने वाले फाइनल में आईपीएल खिताब के लिए गत विजेता चेन्नई सुपर किंग्स का सामना मुंबई इंडियंस से होगा. दोनों टीमें चौथी बार फाइनल में आमने-सामने हैं. आईपीएल इतिहास की सबसे सफल दो टीमों के बीच की यह जंग निश्चित तौर पर रोचक होगी, लेकिन इतिहास चेन्नई को डरा सकता है. इन दोनों टीमों के बीच हुए बीते तीन फाइनल मैचों में से दो में मुंबई को जीत मिली है तो वहीं एक बार चेन्नई जीत हासिल करने में सफल रही है. चेन्नई को एक ऐसी टीम माना जाता है जो ग्रुप स्टेज में दमदार खेल दिखाती है. वहीं मुंबई को धीमी शुरुआत करने वाली टीम के तौर पर देखा जाता है.

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मुंबई ने धीमी शुरुआत के बाद वापसी की तो चेन्नई शुरू से अंकतालिका में पहले स्थान पर थी और प्लेऑफ में जाने वाली पहली टीम बन गई थी. मुंबई ने बाद में चेन्नई को पहले स्थान से अपदस्थ कर दिया था. चेन्नई के लिए एक और डर की बात यह है कि इस मैच से पहले दोनों टीमें इसी सीजन में तीन बार आमने-सामने हो चुकी हैं और तीनों बार मुंबई को जीत मिली है. दो बार ग्रुप स्टेज में तो एक बार क्वीलाफायर-1 में मुंबई ने चेन्नई को हराया है. चेन्नई ने हालांकि जिस तरह से क्वालीफायर-2 में दिल्ली कैपिटल्स को मात दी उसे देखकर फाइनल में मुंबई का पलड़ा भारी है यह कहना गलत होगा.

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चेन्नई के स्पिनरों ने दमदार प्रदर्शन करते हुए दिल्ली को 20 ओवरों में नौ विकेट के नुकसान पर 147 रनों से आगे नहीं जाने दिया. इस लक्ष्य को उसने शेन वाटसन और फाफ डु प्लेसिस द्वारा दी गई पहली शुरुआत के दम पर हासिल कर लिया. अनिश्चित्ता आईपीएल में निरंतर रही है. यह ऐसा सत्य है जो हर सीजन में देखने को मिला है. ऐसी कोई वजह सामने नहीं आती जिससे लगे कि फाइनल किसी भी तरह से अलग होगा, लेकिन यह अब उस बात पर निर्भर है कि कौन बड़े दिन के दबाव को झेल पाता है. मुंबई भी आठवीं बार फाइनल में पहुंची चेन्नई को हल्के में नहीं ले सकती है क्योंकि चेन्नई के पास वो कप्तान महेंद्र सिंह धोनी है जो बड़े मैचों में टीम को जीत दिलाने के आदि हैं.

टीमें:

मुंबई : रोहित शर्मा (कप्तान), हार्दिक पांड्या, युवराज सिंह, क्रुणाल पांड्या, ईशान किशन (विकेटकीपर), सूर्यकुमार यादव, मयंक मारकंडे, राहुल चाहर, अनूकुल रॉय, सिद्धेश लाड, आदित्य तारे, क्विंटन डी कॉक, एविन लुइस, केरन पोलार्ड, बेन कटिंग, मिशेल मैक्लेनघन, एडम मिल्ने, जेसन बेहरेनडॉर्फ, अनमोलप्रीत सिंह, बरिंदर सरन, पंकज जायसवाल, रसिख सलाम, जसप्रीत बुमराह.

चेन्नई : महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान और विकेटकीपर), अंबाती रायडू, शेन वाटसन, सुरेश रैना, केदार जाधव, रवींद्र जडेजा, ड्वायन ब्रावो, दीपक चहर, शार्दूल ठाकुर, हरभजन सिंह, इमरान ताहिर, मुरली विजय, ध्रुव शौरे, फाफ डु प्लेसिस, ऋतुराज गायकवाड़, मिशेल सैंटनर, डेविड विली, सैम बिलिंग्स, समीर, मोनू कुमार, कर्ण शर्मा, केएम आसिफ, मोहित शर्मा.