चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल 2018 के फाइनल में पहुंच चुकी है। यह सातवीं बार है जब धोनी के धुरंधरों ने फाइनल में जगह बनाई है। 27 मई को वह अपने तीसरे आईपीएल खिताब के लिए मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में उतरेंगे।
2 साल बाद आईपीएल में वापसी कर रही चेन्नई को इस बार काफी कुछ साबित करना था। एक बार फिर धोनी से करिश्माई खेल की उम्मीद खिलाड़ियों को थी।
आईपीएल 11 में सीएसके ने अब तक 15 मैच खेले हैं जिसमें उसने 10 में जीत हासिल की है। क्वालीफायर राउंड में चेन्नई की भिड़ंत 2016 की विजेता टीम सनराइजर्स हैदराबाद से हुई। इस मैच में चेन्नई ने हैदराबाद को 2 विकेट से हराया और फिर आईपीएल 2018 के फाइनल में जगह बनाई।
चेन्नई के अब तक के सफर पर नज़र डाले तो 2008 में शुरू हुए क्रिकेट के सबसे रोमांचक टूर्नामेंट में चेन्नई फाइनल में पहुंची थी लेकिन उसे राजस्थान रॉयल्स से हार का सामना करना पड़ा
इसके बाद अगले साल आईपीएल 2 में चेन्नई प्लेऑफ में पहुंची लेकिन वहां भी उसे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने हारा दिया। इस सीजन में डेक्कन चार्जर्स विनर रही।
तीसरे सीजन यानी 2010 में चेन्नई ने पहली बार खिताब अपने नाम किया। फाइनल में धोनी की टीम ने मुंबई इंडियंस को 22 रनों से मात दी।
2011 में अपना खिताब बचाने आई चेन्नई ने निराश नहीं किया और लगातार दूसरी बार टाइटल जीता। साल 2012 में भी चेन्नई अपने रंग में दिखी। उसने फाइनल तक का सफर तय किया लेकिन फाइनल में उसे कोलकाता नाइट राइडर्स ने 5 विकेट से हरा दिया।
2013 के सीजन में भी चेन्नई ने एक बार फिर फाइनल में पहुंची लेकिन फिर उसे निराशा हाथ लगी। चेन्नई को इस सीजन के फाइनल में मुंबई ने 23 रन से हराया।
2014 में चेन्नई प्लेऑफ में पहुंची लेकिन वह फाइनल में जगह नहीं बना पाई। इस बार खिताब कोलकाता ने जीता। 2015 में भी चेन्नई फाइनल में पहुंची लेकिन इस बार फिर खिताबी मुकाबले में उसे मुंबई इंडियंस ने 41 रन से हरा दिया।
इसके बाद आईपीएल 10 और 11 में चेन्नई को मैच फिक्सिंग के आरोप में 2 साल के लिए आईपीएल में प्रतिबंधित कर दिया गया था। आईपीएल 2018 में चेन्नई फिर एक बार फाइनल में पहुंची है तो उसके फैन उम्मीद कर रहे होंगे कि वह तीसरी बार खिताब जीते।
Source : News Nation Bureau