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दिल्ली ने जीता मैच लेकिन इन बड़े कारणों से हारी माही आर्मी

दिल्ली कैपिटल्स द्वारा दिए 176 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई की टीम 131 रन ही बना सकी और टारगेट से 44 रन पीछे रह गई.

Updated on: 26 Sep 2020, 12:09 AM

नई दिल्ली:

आईपीएल 2020 (IPL) में खेले गए चेन्नई सुपरकिंग्स (Chennai Superkings) और दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) के बीच मुकाबले को श्रेयस अय्यर की यंग ब्रिगेड ने आईपीएल के सबसे सफल कप्तान को धूल चटाई. दिल्ली कैपिटल्स द्वारा दिए 176 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई की टीम 131 रन ही बना सकी और टारगेट से 44 रन पीछे रह गई. अब आईपीएल इतिहास में दिल्ली और चेन्नई का स्कोर 15-7 का हो गया है. दिल्ली की जीत ये बेहद खास है लेकिन यहां आपको कुछ कारण बताते हैं कि क्यों चेन्नई को हार का सामना करना पड़ा

दिल्ली की जीत के कारण

1- दिल्ली ने अपनी शुरुआत धीमी की थी लेकिन जैसे जैसे पारी आगे बढ़ी, दिल्ली के बल्लेबाज शिखर धवन और पृथ्वी शॉ ने पारी को आगे बढ़ाया. शॉ ने 64 रन बनाए जबकि धवन ने 35 रनों की पारी खेली और टीम को ठोस शुरुआत दी. चेन्नई के गेंदबाजों को दिल्ली कैपिटल्स के बल्लेबाजों ने ज्याद मौका नहीं दिया.

2- ओपनिंग जोड़ी के पवेलियन लौटने के बाद यंग ऋषभ पंत और कप्तान श्रेयस अय्यर ने पारी को आगे तक ले जाने में अहम रोल अदा किया. पंत ने नाबाद 37 रन बनाए जबकि कप्तान अय्यर ने 26 रनों का योगदान दिया और स्कोर को 175 रनों तक पहुंचाने में मदद की.

3- दिल्ली के गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी की शुरुआत में चेन्नई के बल्लेबाजों को मुश्किल में रखा. पहले छह ओवर्स में चेन्नई को सिर्फ 34 रनों पर रोका और दो विकेट झटके थे. हालांकि 9 ओवर्स में दिल्ली बस 44 रन बना पाई थी. जिसके कारण अंत तक चेन्नई पर दबाव था और उन्हें हार का सामना करना पड़ा.

चेन्नई सुपरकिंग्स के हार के कारण 

1-गेंदबाजों ने माही आर्मी के पहले गेंदबाजी करने के फैसले को गलत साबित किया. चेन्नई सुपरकिंग्स के बल्लेबाजों ने भटकी हुई गेंदबाजी की जिसके कारण दिल्ली की टीम दुबई के इस मैदान पर इतना बड़ा स्कोर बना पाई. ना तेज गेंदबाजी बल्कि स्पिन ने भी कुछ खास कमाल नहीं किया.

2- एक बार फिर से माही आर्मी के टॉप ऑर्डर ने उन्हें धोखा दिया. 176 रनों का पीछा करने उतरी चेन्नई की टीम के टॉप ऑर्डर ने कोई खास प्रदर्शन नहीं किया. जिसका दबाव साफ मिडल ऑर्डर पर देखने को मिला. चेन्नई के बल्लेबाज 13 ओवर्स तक सिर्फ 71 रन ही बना सके थे.

3- एम एस धोनी का फिर से नीचे बल्लेबाजी करना. ऐसा माना जा रहा था कि धोनी इस मैच में ऊपर बल्लेबाजी करने आएंगे लेकिन फैंस को फिर से निराशा हाथ लगी. अगर माही ऋतुराज से पहले बल्लेबाजी करने आते तो आज चेन्नई की पिक्चर बदल सकती थी. धोनी ने 6ठें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 15 रन बनाए और चेन्नई को 44 रनों से हार का सामना करना पड़ा.