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वर्ल्ड कप में टीम इंडिया इसलिए है टॉप पर, विश्व विजेता इंग्लैंड भी रहा पीछे

टीम इंडिया अकेली ऐसी टीम है जिसने इस वर्ल्ड कप में सबसे कम मैच हारे. विश्व विजेता बने इंग्लैंड को इस वर्ल्ड टूर्नामेंट में 3 मैचों में हार का स्वाद चखना पड़ा है.

Updated on: 15 Jul 2019, 12:28 PM

highlights

  • भारत के लिए यह टीस उसे अगले विश्व कप तक सालती रहेगी.
  • पूरे विश्व कप में भारत ने सिर्फ 2 मैच ही हारे.
  • विश्व विजेता इंग्लैंड ने 3 मैचों में देखा हार का मुंह.

नई दिल्ली.:

रविवार को बेहद रोमांच भरे फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर इंग्लैंड ने अपना 44 साल पुराना ख्वाब पूरा कर लिया. हालांकि यह फाइनल न्यूजीलैंड के लिए दोबारा दिल तोड़ने वाला रहा. 2015 के विश्व कप में फाइनल में न्यूजीलैंड को ऑस्ट्रेलिया के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी. जाहिर है अगर न्यूजीलैंड के लिए यह हार किसी सदमे से कम नहीं हैं, तो भारत के लिए यह ऐसा घाव है जिसकी टीस उसे अगले विश्व कप तक सालती रहेगी. वह इसलिए भी कि टीम इंडिया अकेली ऐसी टीम है जिसने इस वर्ल्ड कप में सबसे कम मैच हारे. विश्व विजेता बने इंग्लैंड को इस वर्ल्ड टूर्नामेंट में 3 मैचों में हार का स्वाद चखना पड़ा है.

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टीम जीते हारे
भारत 7 2
ऑस्ट्रेलिया 7 3
इंग्लैंड 8 3
न्यूजीलैंड 6 4
पाकिस्तान 5 3
श्रीलंका 3 4
द. अफ्रीका  3 5
बांग्लादेश 3 5
वेस्टइंडीज 2 6
अफगानिस्तान 0 9

कमजोर दिल वाले गए घबरा
वर्ल्ड कप का फाइनल क्रिकेट प्रशंसकों को लंबे समय तक याद रहेगा. एक-एक गेंद के रोमांच ने कई कमजोर दिल वालों को टीवी सेट के सामने से हटने पर मजबूर कर दिया था. हालांकि न्यूजीलैंड के पास सुपर ओवर से पहले ‌ही खिताब अपने नाम करने का मौका था, लेकिन आखिरी ओवर के ओवर थ्रो ने पूरा पासा ही पलट दिया. इसके अलावा गलत अंपायरिंग का खामियाजा भी उसे भुगतना पड़ा. कह सकते हैं कि न्यूजीलैंड की हार में ऊपर वाले का भी भरपूर हाथ रहा.

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ओवर थ्रो भी पड़ा न्यूजीलैंड को भारी
गौरतलब है कि आखिरी ओवर की आखिरी तीन गेंदों पर इंग्लैंड को नौ रन बनाने थे. जब डीप मिडविकेट से थ्रो की गई गेंद डाइव लगाते समय बेन स्टोक्स के बल्ले से लग गई और बाउंड्री पार पहुंच गई. इसके बाद अंपायर कुमार धर्मसेना ने अपने सा‌थी अंपायर इरासमुस से चर्चा करने के बाद इंग्लैंड को छह रन दिए, जिसमें दो रन तो बल्लेबाजों ने दौड़ कर लिए और चार रन ओवरथ्रो से मिले.

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44 साल में पहली बार इंग्लैंड बना विश्व चैंपियन
इस छह रन के कारण 241 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही इंग्लैंड ने निर्धारित ओवर में इतने ही रन बनाकर बराबरी कर ली और मैच सुपर ओवर में खिंच गया, जो टाई पर खत्म हुआ और फिर इसके बाद तकनीकी रूप से मेजबान ने अपना पहला खिताब जीता. इंग्लैंड ने सबसे ज्यादा चौके मारने के आधार पर 44 साल बाद पहली बार विश्व कप खिताब अपने नाम कर लिया.