logo-image

World Cup: सेमीफाइनल में रेस में बने रहने के लिए कल द. अफ्रीका से भिड़ेगा श्रीलंका

श्रीलंका को उम्मीद करनी होगी कि वह उसी तरह का प्रदर्शन करे जिस तरह का उसने इंग्लैंड के खिलाफ किया था. इंग्लैंड के खिलाफ इस टीम ने 233 रनों के लक्ष्य को भी बचा लिया था.

Updated on: 28 Jun 2019, 07:06 AM

चेस्टर ली स्ट्रीट:

आईसीसी विश्व कप-2019 में बने रहने के लिए श्रीलंका को शुक्रवार को रिवरसाइड स्टेडियम में खेले जाने वाले मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हर हाल में जीत दर्ज करना होगा. 1996 की विजेता इस समय अंकतालिका में सातवें स्थान पर है. उसके हिस्से दो जीत हैं और दो मैचों उसके ऐसे रहे हैं जो बारिश के कारण रद्द कर दिए गए थे. इस मैच में अगर वह दक्षिण अफ्रीका को मात दे देती है तो दो अंक लेकर पांचवें स्थान पर पहुंच जाएगी. जिस तरह पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड को हराकर टूर्नामेंट को काफी दिलचस्प बना दिया है उसी तरह अगर श्रीलंका अपने अगले मैच में जीत हासिल करने में सफल रहती है तो टूर्नामेंट और भी ज्यादा रोमांचक बन जाएगा.

ये भी पढ़ें- World Cup: थर्ड अंपायर ने चटकाया रोहित शर्मा का विकेट, DRS पर उठे सवाल

इसके लिए श्रीलंका को उम्मीद करनी होगी कि वह उसी तरह का प्रदर्शन करे जिस तरह का उसने इंग्लैंड के खिलाफ किया था. इंग्लैंड के खिलाफ इस टीम ने 233 रनों के लक्ष्य को भी बचा लिया था. इस जीत में अनुभवी लसिथ मलिंगा का अहम योगदान रहा था. एक बार फिर उन पर बड़ी जिम्मेदारी होगी. वहीं, दक्षिण अफ्रीका के लिए इस टूर्नामेंट में सम्मान बचाने के अलावा कुछ और नहीं बचा है. 1992 में इस टीम ने पहली बार विश्व कप में कदम रखा था और मौजूदा प्रदर्शन उसका विश्व कप में अभी तक का सबसे बुरा प्रदर्शन रहा है.

ये भी पढ़ें- World Cup: पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड को रौंदा, दिग्गजों ने खास अंदाज में दी टीम को बधाई

दक्षिण अफ्रीका को सात मैचों में सिर्फ एक जीत मिली है. फाफ डु प्लेसिस की कप्तानी वाली टीम इस समय अंकतालिका में नौवें स्थान पर है. इस टीम के पास खोने को कुछ नहीं है इसलिए निडर होकर खेलेगी. ऐसे में श्रीलंका के लिए थोड़ी चिंता हो सकती है. टीम की बल्लेबाजी पूरे टूर्नामेंट में निराशाजनक रही है. गेंदबाजी में जरूर कगीसो रबाडा और लुंगी नगिडी ने अच्छा किया है लेकिन उनकी मेहनत बेकार ही रही है.

टीमें:-

दक्षिण अफ्रीका: फाफ डु प्लेसिस (कप्तान), डेविड मिलर, एडन मार्करम, हाशिम अमला, रासी वैन डर डुसैन, क्विंटन डि कॉक (विकेटकीपर), कगीसो रबाडा, लुंगी नगिडी, इमरान ताहिर, तबरेज शम्सी, जेपी ड्यूमिनी, एंडिले फेह्लुक्वायो, ड्वेन प्रीटोरियस और क्रिस मौरिस.

श्रीलंका: दिमुथ करुणारत्ने (कप्तान), अविष्का फर्नांडो, लहिरू थिरिमाने, एंजेलो मैथ्यूज, धनंजय डि सिल्वा, इसुरु उडाना, मिलिंदा श्रीवर्दना, थिसारा परेरा, जीवन मेंडिस, कुशल परेरा (विकेटकीपर), कुशल मेंडिस, जैफ्री वैंडरसे, लसिथ मलिंगा, सुरंगा लकमल और नुवान प्रदीप.