अपने आक्रामक अंदाज और बिग हिटर्स के लिए मशहूर वेस्टइंडीज आईसीसी विश्व कप-2019 में गुरुवार को मौजूदा विजेता ऑस्ट्रेलिया का सामना करेगी. दोनों टीमें ट्रेंट ब्रिज मैदान पर अपना इस टूर्नामेंट का अपना दूसरा मैच खेलेंगी. दोनों टीमों ने अपने पहले मैचों में एकतरफा जीत हासिल की थी. मौजूदा विजेता ने छुपा रुस्तम समझी जा रही अफगानिस्तान को सात विकेट से हराया था. वहीं विंडीज ने पाकिस्तान को अपने बेहतरीन गेंदबाजी के सामने नतमस्तक कर विजयी शुरुआत की थी.
वेस्टइंडीज इस टूर्नामेंट में ऐसी टीम की पहचान लेकर उतरी है जिसके पास वो खिलाड़ी हैं जिनके लिए हर मैदान छोटा है. क्रिस गेल, आंद्रे रसेल, कार्लोस ब्रैथवेट ऐसे खिलाड़ी हैं जो बड़े-बड़े शॉट खेलने में माहिर हैं, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ टीम ने जिस तरह की गेंदबाजी की उससे पता चला है कि इस टीम के पास गेंदबाजी में भी गहराई है. युवा ओशेन थॉमस ने दमदार गेंदबाजी की थी. शेल्डन कॉटरेल, कप्तान जेसन होल्डर और रसेल ने भी अपना योगदान दिया था. विंडीज ने गेंदबाजी में बेहतरीन प्रदर्शन तब किया था जब उसके दो मुख्य तेज गेंदबाज केमार रोच और शेनन गैब्रिएल बाहर थे.
ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी पाकिस्तान के मुकाबले मजबूत है. उसकी एरॉन फिंच और डेविड वार्नर की सलामी जोड़ी शानदार फॉर्म में हैं. इन दोनों के अलावा उस्मान ख्वाजा और स्टीव स्मिथ का बल्ला भी जमकर बोल रहा है. अंत में ग्लैन मैक्सवेल, एलेक्स कैरी और मार्कस स्टोइनिस भी तेजी से रन बनाने में सक्षम हैं. ऐसे में विंडीज को थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत होगी क्योंकि ऑस्ट्रेलिया की तरफ से वार्नर, फिंच या स्मिथ में से कोई एक भी चल गया थो बड़ा स्कोर लगभग तय है.
सभी जानते हैं कि विंडीज के लिए बल्लेबाजी में कुछ भी पक्का नहीं है. यह टीम 400 पार भी जा सकती है और 200 के अंदर भी सिमट सकती है. हालांकि टीम में इतनी फायरपावर है कि सस्ते में सिमटना मुश्किल लगता है. यहां मिचेल स्टार्क की अगुआई वाले ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजी आक्रमण को परेशानी हो सकती है. स्र्टाक विश्व स्तर के गेंदबाज हैं. उनके अलावा पैट कमिंस, नाथन कूल्टर नाइल और स्टोइनिस हैं.
स्पिन में टीम के पास एडम जैम्पा का विकल्प है. टीम के कोच जस्टिन लैंगर ने ऐसे संकेत दिए हैं कि अंतिम-11 में विंडीज के खिलाफ टीम में शायद ही कोई बदलाव हो. मैच में किस टीम का पलड़ा भारी है यह कहना मुश्किल है. दोनों टीमों ने शुरुआत अच्छी की है इसलिए मनोबल ऊंचा है.
टीमें:
ऑस्ट्रेलिया : एरॉन फिंच (कप्तान), जेसन बेहरनडॉर्फ, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), नाथन कूल्टर नाइल, पैट कमिंस, उस्मान ख्वाजा, नाथन लॉयन, शॉन मार्श, ग्लैन मैक्सवेल, केन रिचर्डसन, स्टीव स्मिथ, मिशेल स्टार्क, मार्कस स्टोइनिस, डेविड वार्नर, एडम जैम्पा.
वेस्टइंडीज : जेसन होल्डर (कप्तान), क्रिस गेल, इविन लुइस, डैरेन ब्रावो, शिमरॉन हेटमायर, एशले नर्स, फाबियान एलेन, आंद्रे रसेल, कार्लोस ब्रैथवेट, निकोलस पूरन (विकेटकीपर), शाई होप (विकेटकीपर), केमार रोच, ओशेन थॉमस, शेनन गैब्रिएल, शेल्टन कॉटरेल.
Source : IANS