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Sunil Chhetri: मुझे लोग मार सकते हैं, 40 वां जन्मदिन मना रहे सुनील छेत्री ने ऐसा क्यों कहा? (Image - Social Media)
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Sunil Chhetri: मुझे लोग मार सकते हैं, 40 वां जन्मदिन मना रहे सुनील छेत्री ने ऐसा क्यों कहा? (Image - Social Media)
Sunil Chhetri: भारतीय फुटबॉल के महानतम खिलाड़ियों में से एक और देश के लिए सबसे ज्यादा गोल करने वाले सुनील छेत्री अपना 40 वां जन्मदिन मना रहे हैं. 3 अगस्त 1983 को छेत्री का जन्म आंध्रप्रदेश के सिकंदराबाद में हुआ था. फुटबॉल का शौक उन्हें बचपन से था लेकिन वे इस खेल में अपना करियर नहीं बनाना चाहते थे. वे इस खेल के माध्यम से अच्छे कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते थे लेकिन 2001 में उन्हें एशियन स्कूल चैंपियनशिप में खेलने के लिए मलेशिया जाने का मौका मिला और उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा.
सुनील छेत्री भारतीय सीनियर टीम के लिए 2005 से लेकर 2024 तक खेले. वे टीम के कप्तान रहे हैं. जून 2024 में उन्होंने अंतराष्ट्रीय फुटबॉल को अलविदा कह दिया था. अपने करियर में छेत्री ने 151 मैचों में 94 गोल दागे. अंतराष्ट्रीय फुटबॉल में सर्वाधिक गोल करने केमामले में छेत्री क्रिस्टियानो रोनाल्डो (212 मैच 130 गोल), लियोनल मेसी (187 मैच 109 गोल), अली देई (148 मैच 108 गोल) के बाद चौथे नंबर पर हैं. लेकिन इन खिलाड़ियों को अंतराष्ट्रीय पहचान और लोकप्रियता मिली वो छेत्री को नहीं मिली. इसकी वजह भारत में फुटब़ॉल को वो तवज्जो न मिलना है जो क्रिकेट को हासिल है. फुटबॉल को नजर अंदाज किए जाने संबंधी बयान छेत्री कई बार सार्वजनिक रुप से दे चुके हैं.
छेत्री को उनके 40 वें जन्मदिन पर जहां उन्हें हर क्षेत्र से बधाईयां मिल रही हैं वहीं उनका एक बयान वायरल हो रहा है. दरअसल, छेत्री ने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया था जिसमें उन्होंने ओलंपिक 2024 में भारतीय टीम के प्रदर्शन पर अपनी राय रखी थी. छेत्री ने कहा कि, हमारे देश में क्रिकेट के पास जो फैन,फंडिंग और सपोर्ट है वो फुटबॉल के साथ साथ किसी भी दूसरे खेल को नहीं है. यही वजह है कि ओलंपिक में हमारे खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं. 140 करोड़ से उपर की आबादी होने के बाद भी हम लोग मेडल की कमी से जूझ रहे हैं जबकि चीन, अमेरिका, जर्मनी , जापान, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया जैसे देश अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. इसकी वजह वहां की सरकारों द्वारा सभी खेलों को समान रुप से प्राथमिकता देना है.उन्होंने कहा कि जो कुछ भी मैं कह रहा हूं उसके लिए लोग मुझे मार सकते हैं लेकिन यही सच है. छेत्री के बयान से साफ है कि वे देश में क्रिकेट को छोड़ बाकी दूसरे खेल की दशा पर चिंतित हैं.
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