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Fifa WC: फीफा वर्ल्ड कप में गोल्डन बूट क्यों दिया जाता है? जानें पूरा मामला

इस साल कतर में फीफा वर्ल्ड कप के लिए 29 दिनों का मेला लगने वाला है. इस दौरान 64 मैच खेले जाएंगे. जिसमें 34 टीमें भाग लेंगी.

Updated on: 17 Nov 2022, 07:29 PM

नई दिल्ली:

फीफा वर्ल्ड कप 2022 (FIFA World Cup 2022) का आगाज रविवार को कतर  (Qatar) और इक्वाडोर  (Ecuador) के बीच होगा. ये मुकाबला अल बैत स्टेडियम (Al Bayt Stadium) में रात साढे नौ बजे से खेला जाएगा. फीफा वर्ल्ड कप 2022 के आगाज का इंतजार फैंस बेसब्री से कर रहे हैं. वर्ल्ड कप के शुरुआती मुकाबले में दोनों दिग्गज टीमें भिड़ेंगी. इस साल कतर में फीफा वर्ल्ड कप के लिए 29 दिनों का मेला लगने वाला है. इस दौरान 64 मैच खेले जाएंगे. जिसमें 34 टीमें भाग लेंगी. आज हम आपको वर्ल्ड कप से जुड़े एक ऐसे अवार्ड के बारे में बताएंगे, जिसको शायद आप नहीं जानते होंगे. 

फीफा वर्ल्ड कप (FIFA World Cup) में गोल्डन बूट (Golden Boot) उस खिलाड़ी को दिया जाता है जो टूर्नामेंट के दौरान सबसे ज्यादा गोल दागने में सफल होता है. अगर आप इस बात को नहीं समझ पाए हैं, तो क्रिकेट का उदाहरण देकर आपको समझाते हैं. जिस तरह से क्रिकेट के किसी टूर्नामेंट में कोई खिलाड़ी सबसे ज्यादा रन बनाता है, या फिर बेहतरीन गेंदबाजी कर सबसे ज्यादा विकेट लेने में सफल होता है तो उसको मैन ऑफ द् सीरीज का अवार्ड दिया जाता है. ठीक उसी तरह से फुटबाल (Football) में भी जिस खिलाड़ी के सबसे ज्यादा गोल होते हैं, उसको गोल्डन बूट से नवाजा जाता है. 

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फुटबाल में गोल्डन बूट अवार्ड (Golden Boot Award) की शुरुआत आधिकारिक रुप से साल 1982 से हुई थी. गोल्डन बूट का अवार्ड तब से लेकर अब तक हर वर्ल्ड कप में दिया जाता है. साल 2006 तक इस अवार्ड का नाम गोल्डन शू था. लेकिन साल 2006 के बाद इस अवार्ड के नाम को बदला गया और गोल्डन बूट कर दिया गया. वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा गोल करने के मामले में जो खिलाड़ी दूसरे पायदान पर रहता है, उसको सिल्वर बूट (Silver Boot) और जो खिलाड़ी सबसे ज्यादा गोल करने के मामले में तीसरे नंबर पर रहता है, इसको ब्रॉन्ज बूट (Bronze Boot) से नवाजा जाता है. 

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गोल्डन बूट (Golden Boot) से नवाजे जाने वाले पहले खिलाड़ी अर्जेंटीना के गुइलेर्मो स्टैबाइल (Guillermo Stabile) थे. पहली बार जब उनको ये अवार्ड दिया गया था तो वो सबसे ज्यादा आठ गोल दागे थे. साल 2018 में जब पिछला वर्ल्ड कप खेला गया था, तो इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन (Harry Kane) ने गोल्डन बूट जीता था. उन्होंने सबसे ज्यादा 6 गोल दागा था. अब तक 20 खिलाड़ियों गोल्डन बूट जीता है. फ्रांस के जस्ट फोन्टेन ने सबसे ज्यादा 13 गोल दागकर गोल्डल बूट जीता है. तो वहीं  साल 2006 में जर्मनी के मिरोस्लाव क्लोजे और साल 1934 में चेकोस्लोवाकिया के ओल्डरिच नेजेडली ने सबसे कम 5 गोल दागकर गोल्डन बूट जीता है.