FIFA World Cup 2018: 11 शहर, 12 स्टेडियम, 32 टीमें, 64 मैच और 1 चैंपियन
फीफा विश्वकप 2018 का आगाज आज से रूस में हो रहा है। 14 जून से 15 जुलाई तक दुनिया 'गोल' हो जाएगी। एक अनुमान के अनुसार इस बार 3.2 अरब लोगों के फीफा देखने की उम्मीद है।
नई दिल्ली:
रुस के 11 शहर के 12 स्टेडियम में 32 टीमों के बीच 64 मैच खेला जाएगा और कोई 1 टीम बनेगी चैंपियन। फीफा विश्वकप 2018 का आगाज आज से रूस में हो रहा है। 14 जून से 15 जुलाई तक दुनिया 'गोल' हो जाएगी। एक अनुमान के अनुसार इस बार 3.2 अरब लोगों के फीफा देखने की उम्मीद है।
पहले मुकाबले में 70वें रैंकिंग की मेजबान रूस 67वें रैंकिंग की साउदी अरब से भिड़ेगी। रूस को मेजबान देश होने की वजह से फीफा विश्वकप में खेलने का मौका मिला है जबकि साउदी अरब क्वालीफाई करने वाली अन्य 31 टीमों में सबसे आखिरी रैंकिंग की टीम है।
क्या है फीफा में रूस-साउदी अरब का रिकॉर्ड
रूस 10वीं बार फीफा विश्वकप में हिस्सा ले रहा है। उसने अब तक कुल 40 मैच खेले हैं जिसमें 17 में उसे जीत जबकि 15 मुकाबलों में उसे हार का सामना करना पड़ा है। 8 मैच रुस के ड्रा रहे हैं। 1966 के विश्वकप में रूस सेमीफाइनल खेलकर बाहर हो गई थी यह उसका अब तक का सबसे बेहतर प्रदर्शन रहा है।
वहीं साउदी अरब की बात करें तो वह पांचवी वार फीफा विश्वकप में भाग ले रहा है और अब तक उसने 13 मुकाबलों में 2 जीते हैं, 2 ड्रा खेला और 9 मुकाबलों में उसे हार झेलनी पड़ी है।
कौन हैं रुस और साउदी अरब के मुख्य खिलाड़ी जिन पर होगी नजर
इगोर अकीनफीव रुस के कप्तान हैं। टीम के गोलकीपर भी यही हैं। इनको 105 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का अनुभव है। टीम को उनके नेतृत्व में काफी उम्मीदें हैं। वहीं साउदी अरब के मोहम्मद अल सहलावी से उनकी टीम करिश्माई खेल की उम्मीद कर रही होगी। सहलावी ने क्वालीफाइंग राउंड में कुल 16 गोल किए हैं।
क्या जर्मनी बचा पाएगा खिताब इस बार खिताब
2014 में ब्राजील में हुए फीफा विश्वकप में जर्मनी की टीम ने खिताब जीता था। इस बार वह डिफेंडिंग चैंपियन है। जर्मनी 13 जुलाई 2014 को रियो डी जेनेरियो (ब्राजील) के माराकाना में अर्जेंटीना को 1-0 से हराने के बाद विश्व कप चैंपियन बना था। फाइनल में एकमात्र गोल अतिरिक्त समय के दौरान मारियो गोत्जे द्वारा किया गया।
फीफा इतिहास में यह उसकी चौथी खिताबी जीत थी। जर्मनी ने साल 1954, 1974 और 1990 में विश्वकप जीता था। इस बार वह खिताब को जीत ब्राजील की बराबरी करना चाहेगा।
आइसलैंड और पनामा पहली बार खेलेंगे विश्वकप
जनसंख्या के लिहाज से फीफा में भाग लेने वाले सबसे छोटा देश आइसलैंड पहली बार फीफा विश्वकप में हिस्सा ले रही है। इस देश की आबादी महज 3.30 लाख है। 2 साल पहले इस देश ने फ्रांस में हुई यूरोपियन चैंपियनशिप में भी क्वालीफाई किया था। आइसलैंड ग्रुप डी में है। इस ग्रुप में आइसलैंड के अलावा अर्जेंचीना, नाइजीरिया और क्रोएशिया है।
कभी फीफा का खिताब जीतने वाली इटली और उपविजेता रहने वाली हॉलैंड इस बार नहीं कर पाए क्वालीफाई नहीं कर पाए हैं। इटली ने 2006 में फीफा विश्वकप जीता था जबकि हॉलैंड 2010 में उपविजेता रही थी। इन दो टीमों के अलावा अमेरिका और चिली जैसी बड़ी टीमें भी विश्वकप का हिस्सा नहीं है।
पहली बार होगी चिप लगी गेंद का इस्तेमाल
इस बार फीफा विश्वकप में टेलस्टार-18 गेंद का इस्तेमाल होगा। इस गेंद की खासियत है यह है कि इसमें चिप और सेंसर लगा रहेगा। इस चिप मैच के प्रत्येक घटना का रिकॉर्ड रखेंगे।फुटबॉल के महाकुंभ का काउंट डाउन शुरू हो चुका है। बारतीय समयअनुसार रात 8 बजे से मुकाबला शुरू होगा।
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