क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) द्वारा अनुसूचित जाति के बारे में की गई अपमानजनक टिप्पणी की थी जिसके मामले में हिसार हांसी थाना शहर में दर्ज अनुसूचित जाति व जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत युवराज सिंह पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया था. इस मुकदमें में युवराज सिंह ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में अपने विरुद्ध दर्ज मुकदमें को खारिज करने के लिए तथा हांसी पुलिस की कार्रवाई पर रोक लगाने के लिए पंजाब और हरियाणा हाइकोर्ट में याचिका दायर की है जिस पर कल 25 फरवरी को सुनवाई होगी.
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्टार खिलाड़ी युवराज सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं. हरियाणा के हिसार में सोशल मीडिया पर अनुसूचित जाति से सबंधित टिप्पणी करने के मामले में पुलिस ने पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह के खिलाफ 15 फरवरी को मुकदमा दर्ज कर लिया था. युवराज सिंह ने पिछले साल रोहित शर्मा से लाइव चैट में भारती टीम के स्पिनर युजवेंद्र चहल पर आपतिजनक टिप्पणी की थी. इसी मामले में एक संस्था ने हिसार के हांसी के पुलिस अधीक्षक को शिकायत की थी, जिसके बाद उस शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया था.
आपको बता दें कि पिछले साल जब कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन चल रहा था, तब दुनियाभर के क्रिकेटर एक दूसरे से सोशल मीडिया पर जुड़ रहे थे. इसी दौरान सिक्सर किंग युवराज सिंह ने हिटमैन रोहित शर्मा से इंस्टाग्राम पर चैट किया था. आरोप है कि उस दौरान युवराज सिंह ने युजवेंद्र चहल के लिए एक ऐसे शब्द का इस्तेमाल किया, जो नहीं किया जाना चाहिए था. मामला दो जून 2020 का है. कहा गया है कि युवराज सिंह ने अनुसूचित जाति के लिए गलत टिप्पणी की थी. बताया जा रहा है कि युवराज सिंह पर आईपीसी की धारा 153, 153 ए, 295, 505 के अलावा एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. मुकदमा अधिवक्त और एससी ह्यमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन की शिकायत पर दर्ज हुआ था.
जब ये मामला सामने आया था, तब युवराज सिंह के फैंस को भी धक्का लगा था और सोशल मीडिया पर युवराज सिंह को आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा था. इसके बाद सोशल मीडिया पर युवराज-सिंह-माफी-मांगो जैसा हैशटैग कई दिन तक ट्रेंड करता रहा था. हालांकि बाद में जब युवराज सिंह को पता चला कि उनके मुंह से कुछ गलत निकल गया है तो उन्होंने इसके लिए माफी भी मांग ली थी, तब माना गया कि शायद ये मामला खत्म हो गया है, लेकिन अब मुकदमा दर्ज होने से मामले ने फिर से तूल पकड़ लिया है.
Source : News Nation Bureau
युवराज सिंह के अनुसूचित जाति पर टिप्पणी मामले में होगी आज सुनवाई
क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) द्वारा अनुसूचित जाति के बारे में की गई अपमानजनक टिप्पणी की थी जिसके मामले में हिसार हांसी थाना शहर में दर्ज अनुसूचित जाति व जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत युवराज सिंह पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया था.
क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) द्वारा अनुसूचित जाति के बारे में की गई अपमानजनक टिप्पणी की थी जिसके मामले में हिसार हांसी थाना शहर में दर्ज अनुसूचित जाति व जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत युवराज सिंह पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया था.
युवराज सिंह( Photo Credit : फाइल फोटो)
क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) द्वारा अनुसूचित जाति के बारे में की गई अपमानजनक टिप्पणी की थी जिसके मामले में हिसार हांसी थाना शहर में दर्ज अनुसूचित जाति व जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत युवराज सिंह पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया था. इस मुकदमें में युवराज सिंह ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में अपने विरुद्ध दर्ज मुकदमें को खारिज करने के लिए तथा हांसी पुलिस की कार्रवाई पर रोक लगाने के लिए पंजाब और हरियाणा हाइकोर्ट में याचिका दायर की है जिस पर कल 25 फरवरी को सुनवाई होगी.
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्टार खिलाड़ी युवराज सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं. हरियाणा के हिसार में सोशल मीडिया पर अनुसूचित जाति से सबंधित टिप्पणी करने के मामले में पुलिस ने पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह के खिलाफ 15 फरवरी को मुकदमा दर्ज कर लिया था. युवराज सिंह ने पिछले साल रोहित शर्मा से लाइव चैट में भारती टीम के स्पिनर युजवेंद्र चहल पर आपतिजनक टिप्पणी की थी. इसी मामले में एक संस्था ने हिसार के हांसी के पुलिस अधीक्षक को शिकायत की थी, जिसके बाद उस शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया था.
आपको बता दें कि पिछले साल जब कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन चल रहा था, तब दुनियाभर के क्रिकेटर एक दूसरे से सोशल मीडिया पर जुड़ रहे थे. इसी दौरान सिक्सर किंग युवराज सिंह ने हिटमैन रोहित शर्मा से इंस्टाग्राम पर चैट किया था. आरोप है कि उस दौरान युवराज सिंह ने युजवेंद्र चहल के लिए एक ऐसे शब्द का इस्तेमाल किया, जो नहीं किया जाना चाहिए था. मामला दो जून 2020 का है. कहा गया है कि युवराज सिंह ने अनुसूचित जाति के लिए गलत टिप्पणी की थी. बताया जा रहा है कि युवराज सिंह पर आईपीसी की धारा 153, 153 ए, 295, 505 के अलावा एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. मुकदमा अधिवक्त और एससी ह्यमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन की शिकायत पर दर्ज हुआ था.
जब ये मामला सामने आया था, तब युवराज सिंह के फैंस को भी धक्का लगा था और सोशल मीडिया पर युवराज सिंह को आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा था. इसके बाद सोशल मीडिया पर युवराज-सिंह-माफी-मांगो जैसा हैशटैग कई दिन तक ट्रेंड करता रहा था. हालांकि बाद में जब युवराज सिंह को पता चला कि उनके मुंह से कुछ गलत निकल गया है तो उन्होंने इसके लिए माफी भी मांग ली थी, तब माना गया कि शायद ये मामला खत्म हो गया है, लेकिन अब मुकदमा दर्ज होने से मामले ने फिर से तूल पकड़ लिया है.
Source : News Nation Bureau