भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने आज सोमवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. युवराज सिंह ने संन्यास की घोषणा करते हुए साथ देने वाले सभी साथियों को शुक्रिया कहा. युवराज ने कहा, 'क्रिकेट ने मुझे सब कुछ दिया.' उन्होंने कहा, देश के लिए खेलने गर्व की बात है. युवराज ने यह भी कहा कि 2011 विश्व कप जीतना सपने पूरा होने जैसा था.
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आपको बता दें कि ऑलराउंडर युवराज सिंह के नाम IPL 11 में एक अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज हुआ था. मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेले गए इस मैच में युवराज 14 गेंदों पर 14 रन बनाकर आउट हो गए थे. उनकी इस पारी के साथ ही आइपीएल 2018 में स्ट्राइक रेट 91.42 पर आ गया था.
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बता दें कि युवराज सिंह ने भारत के लिए 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 T20 इंटरनेशनल मैचों में खेला. भारतीय टीम को वर्ल्डकप 2011 में चैंपियन बनाने में युवराज सिंह का अहम योगदान रहा है. बात जब युवराज सिंह की हो तो 'युवराज सिंह के छह छक्के' (Yuvraj Singh Six Ball Six) जरूर याद किए जाते हैं.
युवराज सिंह ने टी20 क्रिकेट मैच में इंग्लैंड के खिलाफ 6 छक्के लगाए थे. वर्ल्ड टी 20 2007 के उस मैच में युवराज सिंह ने स्टुअर्ट ब्रॉड की छह गेंदों पर छह छक्के लगाए थे. यह मैच 19 सितंबर 2007 को खेला गया था.
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युवराज ने 19 ओवर में कुल 36 रन बनाए थे. इसी मैच में उन्होंने टी20 इंटरनेशनल में 12 गेंदों में हॉफ सेंचुरी लगाई थी जो टी 20 का रिकॉर्ड है. यह टी 20 इंटरनेशनल में पहला और क्रिकेट में चौथा मौका था जब किसी बल्लेबाज ने एक ओवर की सभी छह गेंदों पर छक्के लगाए हों.
वर्ल्डकप 2011 में भारतीय टीम को चैंपियन बनाने में उनका अहम रोल रहा था और वे प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुने गए थे. बाएं हाथ के बल्लेबाज युवराज सिंह की तुलना आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी माइकल बेवन से की जाती थी. वे गेंद पर करारे स्ट्रोक लगाने के लिए जाने जाते थे.
HIGHLIGHTS
- युवराज सिंह ने लिया सभी फॉर्मेट से संन्यास
- IPL 11 में युवराज के नाम दर्ज हुआ था ये अनचाहा रिकॉर्ड
- वे गेंद पर करारे स्ट्रोक लगाने के लिए जाने जाते थे