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WTC Final 2021 : टीम इंडिया की हार के 5 सबसे बड़े कारण जानिए यहां 

न्यूजीलैंड ने द रोज बाउल में खेले गए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल मुकाबले के छठे और अंतिम दिन भारत को आठ विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया.

Updated on: 23 Jun 2021, 11:22 PM

नई दिल्ली :

न्यूजीलैंड ने द रोज बाउल में खेले गए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल मुकाबले के छठे और अंतिम दिन भारत को आठ विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया. भारत ने दूसरी पारी में 170 रन बनाए और 138 रनों की बढ़त हासिल कर न्यूजीलैंड को जीत के लिए 139 रन का लक्ष्य दिया. इसके जवाब में न्यूजीलैंड की टीम ने दो विकेट पर 140 रन बनाकर मैच जीत लिया और डब्ल्यूटीसी के पहले सीजन का खिताब जीता. न्यूजीलैंड की पारी में कप्तान केन विलियम्सन 89 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से 52 रन और रॉस टेलर 100 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 47 रन बनाकर नाबाद रहे. इनके अलावा डेवोन कॉनवे ने 19 और टॉम लाथम ने नौ रनों का योगदान दिया. भारत की ओर से रविचंद्रन अश्विन ने दो विकेट लिए. न्यूजीलैंड की ओर से टिम साउदी ने चार विकेट, ट्रेंट बोल्ट ने तीन विकेट, काइल जैमिसन ने दो विकेट और नील वेगनर ने एक विकेट लिया.

  1. भारत की खराब बल्लेबाजी 
    भारत की हार का सबसे बड़ा कारण टीम इंडिया की बल्लेबाजी रही. पूरे मैच में भारत के सभी बल्लेबाजों ने बल्लेबाजी की और कोई भी खिलाड़ी 50 का आंकड़ा तक पार नहीं कर पाया. शतक की तो बात ही दूर है. इससे आप समझ सकते हैं कि भारत ने किस तरह की बल्लेबाजी की. पहली पारी में अजिंक्य रहाणे ने 49 और कप्तान कोहली ने 44 रन की पारी खेली, लेकिन वे अपनी पारी को बड़ा नहीं कर पाए. इसीलिए टीम बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर पाई और इसका नतीजा सबके सामने हैं. 

  2. कप्तान विराट कोहली की नाकामी 
    कप्तान विराट कोहली ने आखिरी शतक साल 2019 नवंबर में लगाया था, इसके बाद से उनके बल्ले से कोई शतक नहीं निकला है. यानी करीब डेढ़ साल से विराट कोहली शतक के लिए तरह रहे हैं. मैच की पहली पारी में विराट कोहली को शुरुआत भी मिली, उन्होंने 44 रन भी बनाए, लेकिन वे इस पारी को बड़ा नहीं कर पाए. यही हाल दूसरी पारी में भी रहा. दूसरी पारी में तो वे 13 ही रन बना सके. 

  3. पुछल्ले बल्लेबाजों का भी न चलना
    कई बार ऐसा होता है कि ऊपरी क्रम के बल्लेबाज नहीं चल पाते तो निचले क्रम के बल्लेबाज आकर दिखाते हैं कि रन कैसे बनते हैं. यहां ये भी नहीं हो पाया. भारत ने तीन तेज गेंदबाज खेलाए थे. इसमें मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और इशांत शर्मा शामिल हैं. इशांत शर्मा ने पहली पारी में 4 और दूसरी पारी में एक ही रन बनाया. जसप्रीत बुमराह ने पहली पारी में शून्य और दूसरी पारी में भी शून्य रन ही बनाया. मोहम्मद शमी ने पहली पारी में चार रन और दूसरी पारी में 13 रन बनाए. 

  4. रविंद्र जडेजा को देरी से लाना
    न्यूजीलैंड को दूसरी पारी में बड़ा स्कोर चेज नहीं करना था. विराट कोहली ने अपने तेज गेंदबाजों से ही शुरुआत कराई. इसका न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों पर कोई असर नहीं हुआ. लेकिन जैसे ही रविचंद्रन अश्विन आए, उन्होंने एक एक कर दो विकेट निकाल दिए. न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज आउट हो चुके थे. इसके बाद भी कप्तान विराट कोहली रविंद्र जडेजा को लेकर नहीं आए. काफी देर बाद जब रविंद्र जडेजा गेंदबाजी के लिए आए तो केन विलियमसन और रॉस टेलर जम चुके थे. इसके बाद वे कोई असर नहीं डाल सके. 

  5. अश्विन को नहीं मिला साथ 
    रविचंद्रन अश्विन ने दूसरी पारी कमाल कर दिया. अश्विन ने दो विकेट लेकर टीम इंडिया को मैच में शानदार वापसी कराई. दो विकेट लेने के साथ ही अश्विन दो साल से खेली जा रही विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा शिकार अपने नाम किए. रविचंद्रन अश्विन अब 71 विकेट ले चुके हैं. इससे पहले सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस के नाम था. कमिंस ने 70 विकेट लिए थे. अब रविचंद्रन अश्विन पहली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हो गए हैं. आर अश्विन ने इस दौरान 14 मैच खेले और इसकी 26 पारियों में गेंदबाजी की. लेकिन उन्हें दूसरे छोर से कोई सहयोग नहीं मिला, यही कारण रहा, जो मैच का परिणाम ये रहा.