इंग्लैंड की सलामी बल्लेबाज डेनी व्याट ने गुरुवार को स्वीकार किया कि आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप में एक बिंदु पर फाइनल में पहुंचने की संभावना नहीं थी। इंग्लैंड अपने पहले तीन मैच ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका से हार गया था, जिससे उन पर जल्दी बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था।
लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए गत चैंपियन ने भारत, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और बांग्लादेश को हराने के लिए कड़ी मेहनत की। फाइनल में पहुंचने के लिए व्याट ने शानदार 129 रनों की पारी खेली, विश्व कप में उनका पहला शतक और सोफिया डंकले के साथ 116 रनों की साझेदारी कर इंग्लैंड को 293/8 तक पहुंचाने में मदद की। जवाब में, दक्षिण अफ्रीका को 156 रन पर आउट कर इंग्लैंड को रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में भेज दिया।
व्याट ने कहा, भारत के मैच के बाद से हर मैच एक नॉकआउट मैच रहा है। तो आज का मैच हमारे बेहद खास था। पहले तीन मैचों के बाद, मुझे नहीं लगता था कि हम फाइनल में पहुंचेंगे, इसलिए हम फाइनल के लिए अच्छी तैयारी करेंगे और हम स्पष्ट रूप से उस ट्रॉफी को जीतना चाहते हैं।
व्याट ने कहा, आज जो भी हुआ उसे मैं खुश हूं। मैं आज वास्तव में आज जीत में योगदान देना चाहती थी और जाहिर तौर पर ऐसा ही हुआ। मैंने 129 रनों की पारी खेली, जिससे मुझे खुशी है।
प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार लेने वाली व्याट बाएं हाथ की स्पिनर सोफी एक्लेस्टोन के लिए बेहद खुश थीं, जिन्होंने 6/36 सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड हासिल किया और साथ ही विश्व कप में अब तक बड़ा रिकॉर्ड कायम किया।
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Source : IANS