भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने बुधवार को दिल्ली हाईकोट को बताया कि वह राष्ट्रमंडल गेम्स 2022 की टीम में भारत के हाई जम्पर राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक तेजस्विन शंकर को शामिल करेंगे।
शंकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा रहे थे, क्योंकि उन्हें राष्ट्रमंडल गेम्स के लिए महासंघ द्वारा चुने गए 36 नामों की सूची में शामिल नहीं किया गया था।
एएफआई के वकील ने कहा कि एक एथलीट को रिले इवेंट से अयोग्य घोषित कर दिया गया, जिससे शंकर को टीम में जगह मिली।
महासंघ की ओर से पेश हुए अधिवक्ता हृषिकेश बरुआ ने एएफआई के फैसले से अवगत कराया, न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा की पीठ ने उनसे कहा कि वह शंकर के चयन की सूचना तुरंत भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के साथ-साथ राष्ट्रमंडल खेल प्राधिकरण को दें।
हालांकि, इस मामले को अदालत ने लंबित रखा, क्योंकि यह कहा गया था कि एएफआई की चयन प्रक्रिया में विसंगतियों को रोकने के लिए आगे विचार करने योग्य हैं।
पिछली सुनवाई में अदालत ने दर्ज किया था कि शंकर इस साल के प्रमुख दावेदार हैं और उनसे ऊपर के केवल दो लोगों के पास ही दुनिया में बेहतर हाई जम्प का रिकॉर्ड है। उन्होंने एएफआई द्वारा निर्धारित योग्यता अंकों को ही पूरा किया।
कोर्ट ने कहा था कि महासंघ को सक्रिय रूप से चयन बैठक में उनकी भागीदारी पर विचार करने के लिए कहा गया है।
दिल्ली के रहने वाले शंकर अमेरिका के कंसास स्टेट यूनिवर्सिटी में बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई कर रहे हैं और 2017 से चार साल की एथलेटिक्स स्कॉलरशिप पर हैं।
याचिकाकर्ता ने दलील दी है कि राष्ट्रमंडल गेम्स की टीम से उन्हें बाहर करने का एएफआई का फैसला मनमाना, अवैध और राष्ट्रीय हित के खिलाफ था।
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Source : IANS