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3 स्टंप के साथ ही क्यों खेला जाता है क्रिकेट? 2 या 4 क्यों नहीं... कहानी है दिलचस्प

आपने ये तो देखा ही होगा की 22 गज की पट्टी की दोनों तरफ 3-3 स्टंप के एक-एक सेट लगे होते हैं. लेकिन लेकिन, क्या कभी आपके मन में ये सवाल आया है की आखिर 3 ही स्टंप क्यों होते हैं?

Updated on: 02 Oct 2023, 10:59 AM

नई दिल्ली:

Why Are Only 3 Stumps Used In Cricket : क्रिकेट एक नियमों से घिरा हुआ खेल है. इसके नियम ही इस गेम को और भी खास बनाते हैं. बल्ला, बैट और स्टंप इन 3 चीजों के साथ खेले जाने वाले इस खेल को लुत्फ खेलने वाले के साथ-साथ देखने वाला भी उठाता है. आपने ये तो देखा ही होगा की 22 गज की पट्टी की दोनों तरफ 3-3 स्टंप के एक-एक सेट लगे होते हैं. लेकिन लेकिन, क्या कभी आपके मन में ये सवाल आया है की आखिर 3 ही स्टंप क्यों होते हैं? मतलब इनकी संख्या 2 या 4 भी तो हो सकती है. अगर आपके मन में कभी भी ऐसा सवाल आया है, तो आज हम आपको इसका जवाब देने वाले हैं की आखिर ऐसा क्यों है...

3 स्टंप क्यों होते हैं इस्तेमाल?

ज्‍यादातर लोग जानते हैं कि क्रिकेट में पिच के दोनों तरफ 3-3 स्‍टंप्‍स के 2 सेट लगे होते हैं. लेकिन, ऐसा शुरुआत से नहीं हो रहा है. पहले केवल 2 स्‍टंप्‍स लगाकर ही क्रिकेट खेला जाता था. यही नहीं, दोनों स्‍टंप्‍स के बीच काफी दूरी भी होती थी. मगर, होता क्या था की दोनों स्टंप के बीच ज्यादा गैप होने के चलते गेंद बीच से ही निकल जाती थी और बल्लेबाज के आउट होने का पता नहीं चल पाता था. 

बाहर के 2 स्टंप्स ऑफ और लेग को बताते हैं. गेंद दोनों छोर के स्टंप के बीच की जगह से गुजरे और बल्लेबाज आउट हो, इसीलिए खेल में तीसरे स्टंप की एंट्री हुई.तीसरे विकेट को ही मिडिल स्टंप कहा जाता है. आपको जानकर हैरानी होगी, लेकिन तीसरा स्टंप 1775 में आया था. तब लंपी स्टीवंस ने जॉन स्मॉल को लगातार तीन गेंद फेंकीं, जो दोनों स्टंपों को मारने के बजाय बीच से गुजर गईं. तभी खिलाड़ियों को तीसरे यानी मिडिल स्‍टंप की जरूरत महसूस की गई.

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