महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट जगत में एक ऐसा नाम जिसके सब दिवाने हैं। लंबे बाल हो या बाइक का शौक, उनका हर अंदाज-ए-बयां दूसरे खिलाड़ियों से अलग है। जब भी धोनी ने मैदान पर हैलिकॉप्टर शॉट लगाया है तब-तब क्रिकेट प्रशंसक उनके स्टाइल से स्माइल तक के दिवाने हो गए।
धोनी ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक पारी खेलकर भारत के लिए जीत की कई कहानी लिखी है। उन्होंने 90 टेस्ट में 4876 रन बनाए। धोनी ने अपने टेस्ट करियर में 33 अर्धशतक और 6 शतक लगाए हैं। वहीं वनडे में उनका प्रदर्शन शानदान रहा है। उन्होंने 296 मैचों में 9496 रन बनाए हैं। उन्होंने 10 शतक और 64 अर्धशतक बनाए है।
धोनी टेस्ट मैचों से सन्यास ले चुके हैं ऐसे में अब उनके वनडे करियर को लेकर तरह तरह के सवाल उठने लगे हैं। सवाल यही है कि धोनी 2019 का विश्वकप खेलेंगे या नहीं।
इसमें कोई शक नहीं कि धोनी टीम इंडिया के सबसे बेहतरीन फिनिशर है लेकिन पिछले कई मैचों में फिनिशर के तौर पर उनकी क्षमता में गिरावट आई है। ऐसे में क्या सेलेक्टर्स को युवा खिलाड़ी रिषभ पंत, संजू सैमसन, रिद्धिमान साहा और पार्थिव पटेल के रूप में उनका उत्तराधिकारी तलाश रहे हैं। हाल में धोनी को लेकर जिस तरह के बयान दिए गए उससे 2019 में उनके खेलने पर संदेह की स्थिति बनती है।
1-बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद का बयान
बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कहा है कि अगर धोनी आने वाले मैचों में लगातार प्रदर्शन करते रहे तभी उनको वर्ल्ड कप के लिए चुना जा सकता है। धोनी के सेलेक्शन पर उन्होंने कहा, 'सभी खिलाड़ियों के बारे में चर्चा हुई है, ना कि सिर्फ धोनी के बारे में। जब हम किसी संगठन की बात करते हैं तो हमे सभी पर चर्चा करनी होती है। हम देखेंगे, धोनी एक दिग्गज हैं तो हम ऐसा नहीं करना चाहते लेकिन हमारे पास प्लान है।'
2-कोच केशव बेनर्जी का बयान
धोनी को फुटबॉल के मैदान से क्रिकेट के सितारे बनाने वाले उनके कोच केशव बेनर्जी ने कुछ दिन पहले मीडिया में बयान देकर संकेत दिया था कि माही चैंपियंस ट्रॉफी के बाद क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं।
उन्होंने कहा था, ' धोनी हमेशा से उन खिलाड़ियों में रहे हैं जो नहीं चाहते कि उन पर कोई अंगुली उठाए, इसलिए इससे पहले ऐसी नौबत आए, माही खुद फैसला ले लेंगे। जब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था तब उन्होंने किसी को भी इसकी जानकारी नहीं थी दी। अपने खास लोगों को भी नहीं। टेस्ट में माही का प्रदर्शन गिरा था तो उन्होंने अचानक खुद ही अलविदा कहने का फैसला ले लिया था। अगर चैंपियंस ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तो वो एक बार फिर सबको चौंका सकते हैं।'
3-उम्र एक बड़ी वजह हो सकती है
धोनी की उम्र इस समय 36 वर्ष है। अगर उनका लक्ष्य 2019 विश्व कप में खेलना है तो उस समय तक वो 38 साल के हो जाएंगे। वरिष्ठ खेल विशेषज्ञ हरपाल सिंह बेदी कहते हैं, 'उम्र को खेल से जोड़ना सही है लेकिन धोनी के अब तक के फैसले काफी चौंकाने वाले रहे हैं। वो एक विकेटकीपर बल्लेबाज हैं ऐसे में जाहिर तौर पर मैदान पर उन्हें बाकी खिलाड़ियों से ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे में अच्छी फिटनेस बेहद जरूरी है।' ऐसे में हो सकता है धोनी उम्र के कारण सीमित क्रेकट को अलविदा कह दें।
4-विकल्प है तैयार
धोनी सिर्फ भारत के लिए शानदार बल्लेबाज़ी नहीं करते बल्कि विकेट के पीछे भी भारत के लिए खड़े रहते हैं। ऐसे में जब उनका उत्तराधिकारी तैयार हो जाएगा तो वह सन्यास ले सकते हैं। जैसे विराट कोहली में कप्तानी क्षमता देखते हुए उन्होंने कप्तानी छोड़ी थी वैसे ही अब युवा रिषभ पंत, संजू सैमसन,रिद्धिमान साहा और पार्थिव पटेल को देखते हुए वह सन्यास लेने का फैसला ले सकते हैं क्योंकि ये सभी युवा विकेटकीपर बल्लेबाज़ भारतीय टीम के भविष्य हो सकते हैं।
हाल मे ही धोनी ने खुद की तुलना विंटेज शराब से की थी। उन्होंने कहा था-जैसे समय के साथ शराब का स्वाद और बेहतर होता जाता है वैसे ही वक्त के साथ उनमें भी काफी निखार आया है। ऐसे में उनके फैन यही चाह रहे होंगे कि वह उम्र के साथ और बेहतर हो जाए और 2019 का विश्व कप खेले लेकिन स्थिति फिलहाल धोनी के अनुकूल नहीं दिख रही।
Source : Sankalp Thakur