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विश्व कप 2011 में कहां थे हिटमैन रोहित शर्मा, विराट कोहली तो टीम में थे

हिटमैन रोहित शर्मा ने अपना पहला वन डे मैच जून 2007 में खेला था और विराट कोहली ने अपना पहला मैच अगस्त 2008 में खेला था. यानी रोहित शर्मा विराट कोहली से करीब एक साल सीनियर हैं.

Updated on: 04 Apr 2020, 01:16 PM

New Delhi:

हिटमैन रोहित शर्मा ने अपना पहला वन डे मैच जून 2007 में खेला था और विराट कोहली ने अपना पहला मैच अगस्त 2008 में खेला था. यानी रोहित शर्मा विराट कोहली से करीब एक साल सीनियर हैं. हालांकि उम्र की बात करें तो विराट कोहली रोहित शर्मा से बड़े हैं. लेकिन सवाल यह नहीं है, सवाल यह है कि जब रोहित शर्मा ने अपना पहला वन डे मैच 2007 में ही खेल लिया था तो फिर जब भारतीय टीम ने विश्व कप 2011 जीता था, तब रोहित शर्मा कहां थे. जबकि रोहित के बाद वन डे में डेब्यू करने वाले विराट कोहली को टीम थे और फाइनल में खेले भी थे. 

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भारत ने पहला विश्व कप साल 1983 में जीता था और उस वक्त भारतीय टीम के कप्तान कपिल देव हुआ करते थे. इसके बाद भारत ने साल 2011 में दूसरा विश्व कप जीता. क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के सारे सपने पूरे हो चुके थे, लेकिन एक ही पूरा नहीं हो पाया था और वह था विश्व कप जीतना. इस बात का जिक्र सचिन तेंदुलकर ने कई बार किया है. लेकिन अगर कोई खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए खेलने लगा हो और जब विश्व कप की बात आए तो उसे टीम से बाहर कर दिया जाए तो उस खिलाड़ी पर क्या बीतेगी, यह आसानी से नहीं समझा जा सकता.ऐसा ही हुआ टीम इंडिया के हिटमैन रोहित शर्मा के साथ. 

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रोहित शर्मा ने अपना पहला मैच 23 जून 2007 में आयरलैंड के खिलाफ खेला था. हालांकि इस मैच में रोहित शर्मा की बल्लेबाजी ही नहीं आ पाई थी, यानी उस मैच में उन्होंने बल्लेबाजी ही नहीं की. उस मैच में राहुल द्रविड़ टीम के कप्तान थे और भारत की ओर से सलामी बल्लेबाजी करने उतरे सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और उसके बाद गौतम गंभीर ने ही टीम को जीत दिला दी थी.
इसके बाद 26 जून 2007 को फिर रोहित शर्मा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलने उतरे. इस मैच में रोहित शर्मा ने आठ रन बनाए थे. यह वही मैच था, जिसमें सचिन तेंदुलकर 99 रन पर आउट हो गए थे और भारत ने यह मैच चार विकेट से गवा दिया था. एमएस धोनी इस मैच में भी नहीं खेले थे. जैसे रोहित शर्मा के पहले मैच में नहीं थे.

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अब जरा विराट कोहली की कहानी भी जान लीजिए. विराट कोहली ने 18 अगस्त 2008 को अपना पहला मैच खेला था. श्रीलंका के खिलाफ पहले मैच में विराट कोहली ने 12 रन बनाए थे. तब तक इतना बदलाव हो चुका था कि एमएस धोनी टीम इंडिया के कप्तान बन चुके थे. जबकि रोहित के वक्त राहुल द्रविड़ कप्तान थे. इस मैच में विराट कोहली सलामी बल्लेबाजी करने उतरे थे. इसके बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा लंबे समय तक साथ साथ खेलते रहे. लेकिन जब बात विश्व कप 2011 की बात आई तो विराट कोहली ने बाजी मार ली और रोहित शर्मा पीछे रह गए.

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साल 2011 में रोहित शर्मा ने 23 जनवरी को आखिरी मैच खेला था. यानी इसके बाद विश्व कप शुरू हो गया और रोहित शर्मा टीम इंडिया से बाहर हो गए. इसके बाद जब अप्रैल में भारत ने विश्व कप जीत लिया तो छह जून 2011 में उन्हें फिर से टीम में शामिल कर लिया गया. यानी जिस बीच विश्व कप खेला गया, ठीक उसी दौरान रोहित शर्मा टीम के साथ नहीं थे. हालांकि आंकड़ों को देखा जाए तो पता चलेगा कि उस वक्त रोहित शर्मा कोई खास रन नहीं बना रहे थे. 23 जनवरी से पहले खेले गए 12 मैचों में रोहित शर्मा कोई अर्धशतक तक नहीं लगा पाए थे. यही कारण था कि विश्व कप में उनके नाम पर विचार नहीं किया गया.

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इस तरह से रोहित शर्मा के लिए यह दौर निराशाजनक रहा. भारत ने विश्व कप जीत लिया और रोहित शर्मा उस टीम के साथ नहीं भी थे. रोहित शर्मा इसके लिए निराशा जता चुके हैं, हालांकि उन्होंने माना है कि उस दौरान वे इसलिए नहीं खेल पाए, क्योंकि उनका फार्म अच्छा नहीं था. उसके बाद से रोहित दो विश्व कप और खेल चुके हैं, लेकिन हर बार भारत को निराशा ही हाथ लगी है.
शायद यही एक वह कारण है, जिस कारण जब धोनी के बाद कप्तानी की बात चली तो उसमें सीनियर होते हुए भी रोहित शर्मा पीछे रह गए और विराट कोहली जूनियर होते हुए भी बाजी मार ले गए और कप्तान बन गए.