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जब इरफान पठान के पिता को देखकर जावेद मियांदाद बोले कि....

भारत और पाकिस्‍तान के बीच जब भी क्रिकेट मैच होता है तो यह क्रिकेट मैच किसी जंग से कम नहीं होता है. दोनों टीमों की कोशिश होती है कि वह इस मैच को न हारे, बाकी चाहे जो हो जाए.

Updated on: 20 Apr 2020, 02:22 PM

New Delhi:

भारत और पाकिस्‍तान के बीच जब भी क्रिकेट मैच होता है तो यह क्रिकेट मैच किसी जंग से कम नहीं होता है. दोनों टीमों की कोशिश होती है कि वह इस मैच को न हारे, बाकी चाहे जो हो जाए. वहीं खिलाड़ियों पर भी इस मैच को जीतने का अतिरिक्‍त दबाव होता है. दोनों टीमों के कप्‍तानों के साथ भी ऐसा ही कुछ होता है. लेकिन अगर कोई नया नया भारत का खिलाड़ी पाकिस्‍तान के खिलाफ उसी के घर में खेले और अच्‍छा प्रदर्शन करे, उसके बाद भी उसके ऊपर कमेंट किया जाए कि इस जैसे खिलाड़ी तो पाकिस्‍तान में गली मोहल्‍लों में खेलते हुए मिल जाएंगे, सोचिए उस खिलाड़ी के ऊपर क्‍या बीतेगी. ऐसा ही कुछ भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान के साथ हुआ था. इरफान पठान ने अब जाकर इसके बारे में बताया है. 

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पूर्व भारतीय आलराउंडर इरफान पठान ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान दौरे के दौरान जावेद मियांदाद की टिप्पणी से उनके पिता काफी निराश थे. भारतीय टीम ने 2003-04 में पाकिस्तान का दौरा किया था. जावेद मियांदाद उस समय पाकिस्तानी टीम के कोच थे. मियांदाद ने उस समय कहा था कि इरफान पठान जैसे गेंदबाज पाकिस्तान की गलियों में पाए जाते हैं. जावेद मियांदाद की इस टिप्पणी के बाद इरफान पठान के पिता काफी निराश थे और सीरीज खत्म होने के बाद वह जावेद मियांदाद से ड्रेसिंग रूम में मिलना चाहते थे.
पू्र्व भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान ने स्टार स्पोटर्स कार्यक्रम क्रिकेट कनेक्टेड में कहा, मुझे याद है जावेद मियांदाद ने कुछ ऐसा कह दिया था कि मेरे जैसे गेंदबाज पाकिस्तान की हर गली में मिल जाते हैं. मेरे पिता और मैंने भी इस खबर के बारे में पढ़ा था, हमें यह अच्छा नहीं लगा. बातचीत के दौरान इरफान पठान ने बताया कि मुझे याद है कि सीरीज के आखिरी मैच में मेरे पिता पाकिस्तान आए थे. वह मेरे पास आए और कहा कि मैं पाकिस्तान के ड्रेसिंग रूम में जावेद मियांदाद से मिलना चाहता हूं और मैंने कहा कि मैं नहीं चाहता हूं आप वहां जाएं.

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पूर्व आलराउंडर इरफान पठान ने बताया कि जैसे ही मेरे पिता को जावेद मियांदाद ने देखा, वह खड़े हो गए और उन्होंने कहा मैंने आपके बेटे के बारे में ऐसा कुछ भी नहीं कहा. उनकी बात सुनने के बाद मेरे पिता के चेहरे पर अजीब सी हंसी थी और उन्होंने कहा, मैं यहां आपको कुछ कहने नहीं आया था. मैं तो आपसे मिलना चाहता था, आप बेहतरीन खिलाड़ी थे. आपको बता दें कि भारत ने सौरव गांगुली की कप्तानी में उस दौरे पर पाकिस्तान को टेस्ट में 2-1 से और वनडे में 3-2 से मात दी थी. इरफान पठान ने अपने पाकिस्तान दौरे के अनुभव को याद करते हुए कहा, वहां का खाना, ड्रेसिंग रूम की कहानी, सीरीज जीतने के बाद सचिन पाजी ने मुझे गाना गाने को कहा था. पूरी टीम एक जुट होकर खेली थी और वह एक शानदार दौरा था.

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उस दौरे में सौरव गांगुली की कप्‍तानी में कई नए भारतीय खिलाड़ी शामिल थे, जिसमें एक तो इरफान पठान शामिल थे ही, साथ ही लक्ष्मीपति बाला जी भी उस सीरीज में भारतीय टीम में शामिल थे, उस दौरे में अपनी मुस्‍कान, अपनी बल्‍लेबाजी और शानदार घातक गेंदबाजी के चलते बालीजी काफी मशहूर हुए थे. वहीं दूसरी ओर भारतीय टीम के सबसे सफलतम कप्‍तानों में से एक एमएस धोनी भी उस सीरीज में भारतीय टीम का हिस्‍सा थे, हालांकि वे उस सीरीज में ज्‍यादा कुछ नहीं कर पाए थे.

(आईएएनएस इनपुट)