भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी अजय जडेजा ने गुरुवार को उम्मीद जताई कि देश की दृष्टिहीन क्रिकेट टीम पांचवें एकदिवसीय विश्व कप का खिताब जीत कर वापस आएगी। दृष्टिहीन क्रिकेट विश्व कप आठ जनवरी से पाकिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात की संयुक्त मेजबानी में शुरू हो रहा है।
टीम को रवाना करने आए जडेजा ने कहा कि इस टीम में ट्रॉफी जीतने की काबिलियत है। विश्व कप का फाइनल 19 जनवरी को लाहौर में या (अगर भारत फाइनल में पहुंचता है तो) 21 जनवरी को शारजाह में खेला जाएगा ।
इस विश्व कप के कार्यक्रम को भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे राजनीतिक विवाद को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। भारत क्रिकेट के मैदान पर पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह की द्विपक्षीय सीरीज खेलने को लेकर राजी नहीं है।
हालांकि, टीम के कप्तान अजय कुमार रेड्डी को लगता है कि खिलाड़ी किसी भी देश में खेलने को तैयार हैं। उन्हें इसके अलावा उम्मीद है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) उनके संघ, भारतीय दृष्टिहीन क्रिकेट संघ (सीएबीआई) को मान्यता दे देगा।
और पढ़ें: चारा घोटाला: जज को लालू समर्थकों का फोन, कहा-चिंता न करें, इंसाफ होगा
रेड्डी ने आईएएनएस से कहा, 'एक खिलाड़ी के तौर पर हमें किसी जगह खेलने में दिक्कत नहीं है। बोर्ड हमारी सुरक्षा के लिए है। खिलाड़ी के तौर पर हमारी कोशिश विश्व कप जीतने की है।'
जडेजा ने रेड्डी की बात पर सहमति जताई और कहा कि खिलाड़ी वहीं खेल सकता है जहां उनका बोर्ड चाहता है।
जडेजा ने साथ ही कहा कि वह बीसीसीआई के मौजूदा कामकाज करने के तरीके से खुश नहीं हैं।
पूर्व कप्तान ने कहा, 'बीसीसीआई से मेरे खुद के कुछ विवाद रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों से ऐसा माहौल है कि हम जानते ही नहीं हैं कि बीसीसीआई कौन है।'
उन्होंने कहा, 'कुछ भी गलत होता है तो हम उन्हीं पुराने लोगों की बात करते हैं जो कभी इसका हिस्सा थे और कुछ भी अच्छा होता है तो शायद यह उन लोगों के खाते में चला जाता है जो कुछ ही दिन या महीने पहले आए हैं।'
पूर्व बल्लेबाज ने कहा, 'मेरा मानना है कि आज भी बीसीसीआई में कई अच्छी चीजे हैं और दूसरे खेल महासंघों को उससे सीखना चाहिए। मैं नहीं समझता की इस देश में बीसीसीआई से अच्छी कोई और खेल संस्था है।'
और पढ़ेंः IPL 2018: चेन्नई टीम में लौटे धोनी, केकेआर से बाहर हुए गंभीर
Source : News Nation Bureau