भारतीय टीम के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में उनकी सेटिंग नहीं थी, इसलिए वह मुख्य कोच नहीं बन पाए।
सहवाग ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, 'देखिये मैं कोच इसलिए नहीं बन पाया क्योंकि जो भी कोच चुन रहे थे उनसे मेरा कोई सेटिंग नहीं था।'
बेबाकी से अपनी बात रखने के लिए जाने जाने वाले सहवाग ने कहा कि अब वह कभी भी दोबारा कोच पद के लिए अप्लाई नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, 'मैंने अपनी मर्जी से नहीं, बल्कि बीसीसीआई के सदस्यों के कहने के बाद कोच पद के लिए अप्लाई किया था।'
सहवाग ने कहा, 'मैंने कभी भारतीय क्रिकेट टीम का कोच बनने के बारे में नहीं सोचा था। बीसीसीआई के सचिव अमिताभ चौधरी और जीएम (गेम डिवेलपमेंट) एम.वी. श्रीधर मेरे पास आए और मुझसे ऑफर के बारे में विचार करने के लिए कहा। मैंने अपना वक्त लिया और उसके बाद इस पद के लिए अप्लाई किया।'
आपको बता दें कि जून 2017 में अनिल कुंबले के हटने के बाद जुलाई में रवि शास्त्री भारतीय टीम के नए कोच बने हैं। सहवाग ने भी कोच पद के लिए अप्लाई किया था। लेकिन उनका चुनाव नहीं हो सका।
रवि शास्त्री पर नाराजगी जाहिर करते हुए सहवाग ने कहा कि ऐसा बताया गया कि शास्त्री पर विराट कोहली की सहमति थी। लेकिन यह एक ऐसी नियुक्ति है जिसपर क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (सीएसी) के सदस्य और पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली सहमत नहीं थे और उन्होंने कड़ा विरोध जताया था।
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HIGHLIGHTS
- सहवाग ने कहा, कोच इसलिए नहीं बन पाया क्योंकि जो भी कोच चुन रहे थे उनसे मेरा कोई सेटिंग नहीं था
- सहवाग ने कहा कि अब वह कभी भी दोबारा कोच पद के लिए अप्लाई नहीं करेंगे
Source : News Nation Bureau