virat kohli will face many challenges in south africa (Photo Credit: Twitter)
नई दिल्ली :
India Tour of South Africa : विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में भारतीय टीम 26 दिसंबर से साउथ अफ्रीका को चुनौती देते हुए नजर आएगी. टेस्ट मैचों की सीरीज में 3 टेस्ट खेले जाने हैं. ये सीरीज जितना भारत के लिए जरुरी है, उससे कहीं ज्यादा विराट कोहली के लिए अहम है. पर ये होगा कैसे. क्योंकि साउथ अफ्रीका में भारत एक बार भी सीरीज नहीं जीत पाया है. टेस्ट में विराट को साथ देने के लिए रोहित शर्मा, जडेजा, स्पिनर अक्षर पटेल नहीं हैं. आज हम आपको बताते हैं कि कब-कब भारत की टीम साउथ अफ्रीका के दौरे पर गयी. और कितना करीब गयी है अफ्रीका को हराने के.
1992 से ये सफर शुरू होता है. तब टीम के कप्तान थे मोहम्मद अजहरुद्दीन. इस सीरीज में भारत को 1-0 से हार मिली थी. हालांकि 3 मैच ड्रा कराने में भारत सफल रहा था. इसके बाद बारी आती है साल 1997 की. कप्तान थे सचिन तेंदुलकर. भारत ने तीन टेस्ट मैचों की इस सीरीज में 2 मैच हारे थे और एक मैच भारत ड्रा करने में सफल रहा.
तीसरे दौरे की बात करें तो ये हुआ था साल 2001 में. तब भारत के कप्तान के रूप में सौरव गांगुली थे. टीम उस दौरे पर 0-1 से हार कर आई थी. 2006-07 दौरे में राहुल द्रविड़ कप्तान थे. इस दौरे की शुरआत अच्छी हुई थी. भारत ने अपना पहला मैच जीता लेकिन बाद के दोनों मैच हार गया. इसके बाद 2010 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम साउथ अफ्रीका गई. और ये पहला ऐसा दौरा था जहां से भारतीय टीम जीत के नहीं तो हार कर भी नहीं आई. इस दौरे पर दो टेस्ट मैच की सीरीज खेली गई थी. पहले मैच को अफ्रीका ने तो दूसरे को भारत ने अपने नाम किया.
इसके बाद 2013 में फिर एक बार महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम अफ्रीका गई. पिछले प्रदर्शन से उम्मींद थी कि इस बार चमत्कार हो सकता है. लेकिन कहानी फिर से वही रही. आखिरी दौरा विराट कोहली की कप्तानी में 2017 में हुआ था. जहां विराट ने तो अपने बल्ले से शानदार खेल दिखाया। लेकिन टीम 2-1 से सीरीज हार गयी.
आखिर ऐसा क्या है साउथ अफ्रीका के दौरे में
अब सवाल ये उठता है कि आखिर ऐसा क्या है साउथ अफ्रीका के दौरे पर कि टीम अभी तक नहीं जीती है. अफ्रीका का मौसम काफी नमी वाला होता है. बॉल हवा में स्विंग होती है. हमारे बल्लेबाज उस हिलती हुई पिच पर ज्यादा देर नहीं टिक पाते हैं. इसलिए अगर भारत को इस बार इतिहास रचना है तो विराट कोहली को फिर से बल्ले और कप्तानी से धमाल मचाना ही होगा.