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एमएस धोनी के रास्‍ते पर चल रहे हैं विराट कोहली, वहां इंस्‍टाग्राम तो यहां ट्विटर 

आईपीएल 2021 के दूसरे चरण से ठीक पहले टीम इंडिया के कप्‍तान विराट कोहली ने ऐलान कर दिया है कि वे टी20 विश्‍व कप के बाद टीम भारतीय क्रिकेट टीम की टी20 फॉर्मेट की कप्‍तानी छोड़ देंगे.

Updated on: 17 Sep 2021, 02:35 PM

नई दिल्‍ली :

आईपीएल 2021 के दूसरे चरण से ठीक पहले टीम इंडिया के कप्‍तान विराट कोहली ने ऐलान कर दिया है कि वे टी20 विश्‍व कप के बाद टीम भारतीय क्रिकेट टीम की टी20 फॉर्मेट की कप्‍तानी छोड़ देंगे. अचानक आई इस खबर ने सभी को चौंका दिया. हालांकि अभी कुछ दिन पहले से ही इस तरह की खबरें सामने आ रही थीं कि ऐसा हो सकता है, लेकिन ये किसी को भी उम्‍मीद नहीं थी कि ये इतनी जल्‍दी हो जाएगा. विराट कोहली ने गुरुवार शाम को ऐलान किया कि वह इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी20 विश्व कप के बाद टी20 की कप्तानी छोड़े देंगे. हालांकि विराट कोहली ने जिस तरह से इस बात का ऐलान किया, उससे एमएस धोनी की याद आ गई. जब 15 अगस्‍त 2020 की शाम को ही एमएस धोनी ने इंस्‍टाग्राम पोस्‍ट कर ऐलान कर दिया था कि वे अब इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह रहे हैं. विराट कोहली ने भी एमएस धोनी के नक्‍शे कदम पर चलते हुए ट्विटर के जरिए इसकी घोषणा की. फर्क बस इतना है कि एमएस धोनी ने अपने संन्‍यास की बात कुछ ही लाइनों में पूरी कर दी थी, वहीं विराट कोहली ने इसे काफी विस्‍तार दिया और अपने मन की पूरी बात लिख दी. 

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ट्वीट के जरिए विराट ने अपनी इस यात्रा के दौरान उनका साथ देने के लिए सभी का धन्यवाद दिया. कप्‍तान कोहली ने बताया कि उन्होंने यह फैसला अपने वर्कलोड को मैनेज करने के लिए लिया है. कोहली ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर बयान जारी कर कहा कि मैं खुद को भाग्यशाली समझता हूं कि मुझे सिर्फ भारत का प्रतिनिधित्व ही नहीं बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम को लीड करने का मौका भी मिला. जिन्होंने कप्तान के रूप में मेरे सफर में मेरा साथ दिया, खिलाड़ी, सहायक स्टाफ, चयन समिति, मेरे कोच और हर भारतीय का मैं धन्यवाद करता हूं जो हमारी जीत के लिए प्रार्थना करते हैं. उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि वर्कलोड काफी जरूरी होता है और ये मेरे साथ पिछले आठ-नौ महीने से था. तीनों फॉर्मेट में खेलना और लगातार पांच-छह साल से कप्तानी करना, मुझे लगता है कि मुझे खुद को टेस्ट और वनडे में टीम की कमान संभालने के लिए खुद को स्पेस देना होगा. टी20 के कप्तान के तौर पर मैंने टीम को सबकुछ दिया. मैं आगे भी एक बल्लेबाज के तौर पर ऐसा करता रहूंगा. कप्‍तान कोहली ने साफ किया कि जाहिर है कि इस फैसले पर पहुंचने के लिए मुझे समय लगा. अपने करीबी लोगों रवि भाई और रोहित जो लीडरशीप ग्रुप का अहम हिस्सा हैं, इनसे चर्चा करने के बाद मैंने दुबई में अक्टूबर में होने वाले टी20 विश्व कप के बाद टी20 फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया है. मैंने इस बारे में बीसीसीआई के सचिव जय शाह और अध्यक्ष सौरव गांगुली के साथ ही सभी चयनकर्ताओं से भी बात की है. मैं आगे भी अपनी क्षमता के अनुरूप भारतीय क्रिकेट की सेवा करता रहूंगा. यहां ये बताना भी जरूरी हो जाता है कि महज तीन दिन पहले ही बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने आईएएनएस से बात करते हुए विराट कोहली के कप्तानी पद से हटने की संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा था कि कोहली तीनों फॉर्मेट में कप्तान बने रहेंगे. अरुण धूमल ने कहा था कि यह बकसास है और ऐसा कुछ होने नहीं जा रहा है. इस बारे में बस मीडिया में चर्चा चल रही है. बीसीसीआई ने इस मामले को लेकर कोई चर्चा नहीं की है.

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जहां तक कोहली की कप्‍तानी आंकड़ों की बात करें तो ये शानदार रहे हैं. विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ 2017 में तीन मैचों की टी20 सीरीज से टी20 फॉर्मेट में कप्तानी संभाली थी. कप्तान के तौर पर अपने 45 टी20 में कोहली के नेतृत्व में टीम को 27 जीत और 14 मैचों में हार मिली जबकि दो मुकाबले टाई रहे और दो मैचों का कोई नतीजा नहीं निकला. कोहली इस फॉर्मेट में एमएस धोनी के बाद भारत के दूसरे सबसे सफल कप्तान रहे. कोहली भारत के पहले कप्तान हैं जिनकी कप्‍तानी में टीम ने 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज में टी20 में 2-1 और इंग्लैंड के खिलाफ 2-1 से जीत हासिल की. इसके अलावा कोहली की कप्तानी में भारत को 2020 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 5-0 और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-1 से जीत मिली. हां, ये बात भी करनी जरूरी है कि विराट कोहली अपनी कप्‍तानी में टीम इंडिया को एक भी आईसीसी की ट्रॉफी नहीं दिला सके, जबकि वे कई मौकों पर इसके काफी करीब थे. भारतीय टीम साल 2019 में खेले गए वन डे विश्‍व कप में सेमीफाइनल तक पहुंची थी, लेकिन वहां उसे न्‍यूजीलैंड के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा, वहीं विश्‍व टेस्‍ट चैंपियनशिप के तो फाइनल तक टीम पहुंची, लेकिन वहां भी उसे न्‍यूजीलैंड के हाथों हार मिली और विराट कोहली का आईसीसी का खिताब जीतने का सपना भी अधूरा ही रह गया.