सहवाग ने ट्वीट किया, 'गोरखपुर में मासूमों की जान जाने का बहुत दुख है। 1978 में इंसेफलाइटिस बीमारी का पता चलने के बाद से अबतक 50 हजार से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है। उसी साल मेरा जन्म भी हुआ था। बीमारी का पता होने के बाद भी मासूमों की जिंदगी बचाने के लिए हम अबतक कुछ नहीं कर सके हैं। बहुत दुख की बात है।'
सहवाग के ट्वीट पर लोग भड़क गए। उन्होंने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि सहवाग बड़ी चलाकी से बच्चों के मौत के लिए बीमारी को वजह बता रहे हैं। लोग सहवाग से गुस्सा इसलिए हुए क्योंकि उनका कहना था कि सहवाग प्रशासन को लापरवाही के लिए जिम्मेदार नहीं ठहरा रहे हैं।
आपको बता दे मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीआरडी मेडिकल कॉलेज बीते छह महीने में 83 लाख रु. की ऑक्सीजन उधार ले चुका था और पेमेंट नहीं होने की वजह से ऑक्सीजन देने वाली कंपनी ने वहां सप्लाई बंद कर दी थी।
एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि सहवाग चुनाव के टिकट लेने के लिए ये सब कर रहे हैं।
किसी यूजर ने सहवाग से सवाल किया कि वह इन सब के लिए सरकार को जिम्मेदार क्यों नहीं ठहराते।