पाकिस्तानी टीम से बाहर चल रहे विकेटकीपर कामरान अकमल को लगता है कि तीन साल का प्रतिबंध झेल रहे उनके छोटे भाई उमर अकमल को सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली के मैदान के अंदर और बाहर के आचरण से सीख लेनी चाहिए. पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का मानना है कि वीरेंद्र सहवाग के दौर में खेलने वाले पाकिस्तानी खिलाड़ी इमरान नजीर इस आक्रामक भारतीय से ज्यादा प्रतिभाशाली थे, लेकिन ज्यादा समझदार नहीं थे. साथ ही उन्हें देश के क्रिकेट प्रशासन से भी सहयोग नहीं मिला. आस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज माइकल हसी ने बुधवार को भारत के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग, दिग्गज सचिन तेंदुलकर और वर्तमान कप्तान विराट कोहली को टेस्ट क्रिकेट में अपनी सर्वश्रेष्ठ विरोधी एकादश में शामिल किया. आस्ट्रेलिया की तरफ से 2005 से 2013 तक टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले हसी ने उन खिलाड़ियों को अपनी एकादश में जगह दी है, जिनके खिलाफ उन्होंने टेस्ट मैच खेले. इसी तरह की कुछ और खबरें जानने के लिए पढ़ें यह खबर.
1. पाकिस्तानी टीम से बाहर चल रहे विकेटकीपर कामरान अकमल को लगता है कि तीन साल का प्रतिबंध झेल रहे उनके छोटे भाई उमर अकमल को सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली के मैदान के अंदर और बाहर के आचरण से सीख लेनी चाहिए. उमर अकमल पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने पाकिस्तान सुपर लीग से पहले भ्रष्ट संपर्कों की जानकारी नहीं देने के लिए तीन साल का प्रतिबंध लगाया है. कामरान अकमल ने कहा, मेरी उमर अकमल को सलाह है कि उसे सीख लेनी चाहिए. अगर उसने गलती की है तो उसे दूसरों से सीखना चाहिए. वह अभी युवा है. जिंदगी में कई विपरीत परिस्थितियां आती हैं. कामरान अकमल ने कहा, लेकिन उसे विराट कोहली से जरूर सीख लेनी चाहिए. IPL के शुरुआती दिनों में विराट अलग तरह का इंसान था और इसके बाद उसने अपना रवैया बदला. देखो वह कैसे विश्व का नंबर एक बल्लेबाज बना. कामरान अकमल ने कहा कि उनका छोटा भाई सचिन तेंदुलकर और एमएस धोनी के व्यवहार से भी सीख ले सकता है जो हमेशा विवादों से दूर रहे. उन्होंने कहा, हमारा खुद का बाबर आजम है जो अभी दुनिया के शीर्ष तीन बल्लेबाजों में शामिल है. दूसरा उदाहरण टीम इंडिया के पू्र्व कप्तान एमएस धोनी का है. देखिये कि किस तरह से उसने अपनी टीम की अगुवाई की. सचिन पाजी हैं जो हमेशा विवादों से दूर रहे. हमारे सामने ये शानदार उदाहरण हैं.
पूरी खबर पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें : कामरान अकमल बोले, तेंदुलकर, धोनी और कोहली से सीख ले उमर अकमल, लेकिन क्यों
2. पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का मानना है कि वीरेंद्र सहवाग के दौर में खेलने वाले पाकिस्तानी खिलाड़ी इमरान नजीर इस आक्रामक भारतीय से ज्यादा प्रतिभाशाली थे, लेकिन ज्यादा समझदार नहीं थे. साथ ही उन्हें देश के क्रिकेट प्रशासन से भी सहयोग नहीं मिला. शोएब अख्तर को लगता है कि पाकिस्तान ने इमरान नजीर की प्रतिभा की कद्र नहीं की. उन्होंने स्थानीय मीडिया से कहा, मुझे नहीं लगता कि इमरान नजीर उतने समझदार थे, जितने भारत के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग. पाकिस्तान के तेज गेंदबाज और रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर शोएब अख्तर ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि वीरेंद्र सहवाग में इतनी प्रतिभा थी, जितनी नजीर में थी. प्रतिभा के मामले में कोई तुलना नहीं हो सकती. उन्होंने कहा, जब उसने भारत के खिलाफ एक अभ्यास मैच में आक्रामक शतक लगाया था तो मैंने इमरान नजीर को लगातार खिलाने की बात कही थी, लेकिन प्रशासन ने बात नहीं सुनी.
पूरी खबर पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें : वीरेंद्र सहवाग से ज्यादा प्रतिभाशाली था पाकिस्तान का यह बल्लेबाज, शोएब अख्तर ने लिया ये नया नाम
3. आस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज माइकल हसी ने बुधवार को भारत के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग, दिग्गज सचिन तेंदुलकर और वर्तमान कप्तान विराट कोहली को टेस्ट क्रिकेट में अपनी सर्वश्रेष्ठ विरोधी एकादश में शामिल किया. आस्ट्रेलिया की तरफ से 2005 से 2013 तक टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले हसी ने उन खिलाड़ियों को अपनी एकादश में जगह दी है, जिनके खिलाफ उन्होंने टेस्ट मैच खेले. इस आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने कहा कि उनके लिए चेन्नई सुपरकिंग्स के उनके पूर्व साथी महेंद्र सिंह धोनी को बाहर रखना मुश्किल था. उन्होंने हालांकि अपने फैसले को सही बताया कि क्योंकि खेल के लंबे प्रारूप को देखते हुए उन्होंने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी पर श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा को प्राथमिकता दी.
पूरी खबर पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें : माइक हसी ने बनाई सर्वश्रेष्ठ विरोधी एकादश, सचिन, सहवाग, कोहली शामिल, धोनी को भूले
4. अपने क्रिकेट करियर के दौरान आदर्श खिलाड़ी के रूप में पहचान बनाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का उस समय मार्गदर्शन किया था जब वह खराब दौर से गुजर रहे थे. 20 साल के पृथ्वी शॉ ने टेस्ट करियर का शानदार आगाज करते हुए पदार्पण मैच में शतक ठोका था. वह ऐसा करने वाले दूसरे सबसे युवा बल्लेबाज बने थे. टखने की चोट और डोप परीक्षण में नाकाम रहने के बाद उन्हें 16 महीने तक खेल के मैदान से दूर रहना पड़ा. भारतीय क्रिकेट जगत में उनमें अनुशासन की कमी को लेकर भी चर्चा थी. ऐसे में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने पृथ्वी शॉ से बातचीत कर उनके करियर को सही दिशा में ले जाने में मदद की. सचिन तेंदुलकर ने कहा, हां, यह सच है. पिछले कुछ वर्षों में पृथ्वी शॉ से मेरी कई बार बात हुई है. वह बहुत प्रतिभाशाली खिलाड़ी है और मैं उसकी मदद करके खुश हूं. मैंने उनसे क्रिकेट और इस खेल से बाहर की जिंदगी के बारे में बात की.
पूरी खबर पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें : सचिन तेंदुलकर ने खराब दौर में पृथ्वी शॉ से कही थी बड़ी बात, जानिए क्या दी सलाह
5. क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने एबी डिविलियर्स को फिर से राष्ट्रीय टीम की कमान संभालने के बारे में पूछा था लेकिन वह राष्ट्रीय टीम में तभी वापसी करना चाहते हैं, जब वह अपनी शीर्ष फार्म में हों. विस्फोटक बल्लेबाज डिविलियर्स ने मई 2018 में सभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की थी लेकिन पिछले कुछ दिनों से राष्ट्रीय टीम में उनकी वापसी की खबरें आ रही हैं. डिविलियर्स ने कहा, मेरी इच्छा है कि मैं दक्षिण अफ्रीका के लिये खेलूं और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका मुझे फिर से टीम की अगुआई करने के बारे में पूछ चुका है. दक्षिण अफ्रीका के लिये 114 टेस्ट, 228 वनडे और 78 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके पूर्व कप्तान ने कहा कि वह तभी वापसी करेंगे जब उन्हें लगेगा कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिये अच्छे हैं, हालांकि वह फ्रेंचाइजी टीमों के लिए लगातार खेलते रहे हैं.
पूरी खबर पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें : दक्षिण अफ्रीका ने एबी डिविलियर्स से कप्तान बनाने के लिए कहा था, लेकिन फिर क्या हुआ
Source : News Nation Bureau