कर्नाटक प्रीमियर लीग में भी स्पॉट फिक्सिंग का साया लगा है. आईपीएल की तर्ज पर फ्रेंचाइजी बेस्ट लीग केपीएल (KPL) फिक्सिंग के कारण चर्चा में बनी हुई थी. अब हुबली टाइगर्स पर भी फिक्सिंग का साया मंडरा रहा है. बेंगलुरू क्राइम ब्रांच ने हुबली टाइगर्स टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज एम विश्वनाथन और बेंगलुरु ब्लास्टर्स (Bengaluru Blasters) के गेंदबाजी कोच वीनू प्रसाद को 2018 केपीएल सीजन में सट्टेबाजी में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
चौंकाने वाली बात है कि कर्नाटक की ओर से फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने वाले 33 साल के वीनू पर भी सट्टेबाजी में शामिल होने का आरोप लगा है. दूसरी तरफ 39 साल के विश्वानाथन पिछले 20 सालों से क्लब सर्किट में सक्रिय हैं. पुलिस के मुताबिक दोनों पर 2018 में बेंगलुरु ब्लास्टर्स और बेलागवी पैंथर्स के बीच खेले गए केपीएल मैच में सट्टेबाजी में शामिल होने का आरोप है.
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गौरतलब है कि पिछले सीजन में विश्वनाथन ब्लास्टर्स की अगुआई रॉबिन उथप्पा कर रहे थे. क्राइम ब्रांच के मुताबिक विश्वानाथन को खराब प्रदर्शन करने के लिए बुकीज ने पांच लाख रुपये दिए थे. आरोप है कि इसके बाद विश्वानाथन ने मैच में धीमी बल्लेबाजी की थी.
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कई और की हो सकती है गिरफ्तारी
इस मामले में पुलिस कई एंगल से जांच कर रही है. टीम से अन्य खिलाड़ी भी जांच के दायरे में हैं. जॉइंट पुलिस कमिश्नर संदीप पाटिल ने बताया कि इस रैकेट में शामिल कुछ और बुकीज को गिरफ्तार किया गया है. वीनू खिलाड़ियों और स्पोर्ट्स स्टाफ में से गिरफ्तार होने वाले पहले हैं. इससे पहले क्राइम ब्रांच ने बेलगावी पैंथर्स (Belagavi Panthers) के मालिक अली अशफाक और एक जाने माने ड्रमर भवनेश बाफना को हिरासत में लिया था. ऐसा भी माना जा रहा है कि केपीएल (KPL) के कुछ और खिलाड़ियों का भी नाम सामने आ सकता है.