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सांकेतिक तस्वीर( Photo Credit : फाइल फोटो)
भारत में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ रहे मामलों ने न केवल आम लोगों की बल्कि सरकार को भी परेशान किया हुआ है. सोमवार शाम तक भारत में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 28,380 हो गई है, जबकि मरने वालों का आंकड़ा 886 तक पहुंच गया है. हालांकि, देशभर में 6362 लोग कोविड-19 को मात भी दे चुके हैं. कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने 3 मई तक लॉकडाउन किया है. कोरोनावायरस पर लगाम लगाने के लिए किए गए लॉकडाउन के कारण देश में सभी खेल गतिविधियां रोक दी गई हैं.
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लॉकडाउन की वजह से घर में रह रहे टीम इंडिया के खिलाड़ियों की फिटनेस को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन सेशन चलाए जा रहे हैं, ताकि उन्हें स्वास्थ्य से संबंधित कोई भी दिक्कत न हो. हालांकि, टीम इंडिया के पूर्व ट्रेनर रामजी श्रीनिवासन की मानें तो कोरोना वायरस की वजह से नहीं खेल रहे खिलाड़ियों के लिए उनकी फिटनेस का कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि यदि आप अपनी फिटनेस को मैदान पर इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं तो फिटनेस पर ध्यान लगाना सिर्फ समय की बर्बादी है.
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रामजी ने इसके साथ ये भी बताया कि लंबे समय तक घर में रहकर आराम करना भी सेहत के लिए हानिकारक है. इससे खासतौर पर गेंदबाजों को नुकसान पहुंचेगा. लंबा ब्रेक लेने की वजह से गेंदबाजों की लय में गिरावट आ जाती है. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को केवल शारीरिक फिटनेस ही नहीं बल्कि अपने मानसिक फिटनेस पर भी ध्यान रखना होगा, ताकि जब वे मैदान पर उतरें तो उनके शरीर के साथ-साथ दिमाग को भी स्थिर और सक्रिय रहे जिससे वे अपने खेल में निखार ला सकें.
Source : News Nation Bureau