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टीम इंडिया में सूर्य कुमार यादव को नहीं मिली जगह, जानिए फिर क्‍या हुआ 

पांच बार की आईपीएल (IPL) चैंपियन मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के स्टार बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव (Surya Kumar Yadav) शानदार प्रदर्शन के बावजूद ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए नहीं चुने गए.

Updated on: 22 Nov 2020, 04:46 PM

नई दिल्‍ली :

पांच बार की आईपीएल (IPL) चैंपियन मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के स्टार बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव (Surya Kumar Yadav) शानदार प्रदर्शन के बावजूद ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए नहीं चुने गए. आईपीएल 2020 में सूर्यकुमार ने मुंबई इंडियंस के लिए जमकर रन बनाए और अपनी टीम को 5वीं बार चैंपियन बनने में अहम भूमिका निभाई. सूर्यकुमार ने आईपीएल के इस सीजन में 16 मैचों की 15 पारियों में 480 रन बनाए, जिसमें चार अर्धशतक शामिल थे. सूर्यकुमार के इस प्रदर्शन को देखते हुए ऐसा लग रहा था कि उन्हें भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे (Australia Tour) के लिए टीम में शामिल कर लिया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल और घरेलू टूर्नामेंटों में लगातार दमदार प्रदर्शन करने के बाद भी ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए अनदेखी किए जाने के बाद सूर्यकुमार यादव को काफी निराशा हुई थी, लेकिन मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा से बातचीत करने के बाद उन्हें अपने खेल पर ध्यान देने में मदद मिली. 

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सूर्यकुमार यादव ने पीटीआई-भाषा को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा कि टीम की घोषणा के बाद जिम में रोहित शर्मा मेरे बगल में बैठे थे और उन्होंने मेरी तरफ देखा और मैंने कहा, जाहिर है, मैं थोड़ा निराश हूं. क्योंकि वह महसूस कर पा रहे थे कि मैं अच्छी खबर का इंतजार कर रहा था. उन्होंने बताया कि बाद में, रोहित शर्मा ने मुझसे कहा कि मेरा मानना ​​था कि आप अभी टीम के लिए शानदार काम कर रहे हैं, और उस (चयन नहीं होने पर) के बारे में सोचने के बजाय, आप सिर्फ वही चीजें करते रहिये जो आप इस आईपीएल में पहले दिन से करते आ रहे हैं. और जब समय सही होगा, तो आपको मौका मिलेगा. यह आज हो या कल, यह होगा आपको बस खुद पर विश्वास रखना होगा. 
आईपीएल से पहले घरेलू सीजन में भी सूर्यकुमार यादव कुछ वर्षों से लगातार अच्छा कर रहे है लेकिन फिर भी उन्हें भारतीय टीम में मौका नहीं मिला. उन्होंने कहा कि रोहित शर्मा के उन शब्दों ने उन्हें निराशा से बाहर आने में मदद की. उन्होंने कहा, मैं वास्तव में अच्छा महसूस कर रहा था क्योंकि मुझे पता था कि उनकी बातों से पहले मैं उस समय कैसा महसूस कर रहा था. वह इसे मेरी आंखों में स्पष्ट रूप से देख पा रहे थे. मुझे लगता है कि इस निराशा से बाहर निलने में उनकी बातों में मेरी मदद की. 

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मुंबई के 30 साल के इस बल्लेबाज ने माना कि ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए टीम का चयन उनके दिमाग में था. उन्होंने हालांकि दिमाग को भटकने से बचाने के लिए कुछ चीजों को खुद से अलग किया था. मध्यक्रम के इस बल्लेबाज ने कहा, टूर्नामेंट के दौरान मैं थोड़ा निराश था. मुझे पता था कि उस दिन टीम का चयन होना था. मैं खुद को व्यस्त रखने की कोशिश कर रहा था और अपने दिमाग में चयन की बातों को नहीं आने देना चाहता था. सूर्यकुमार ने जब देखा कि उनका नाम सूची में शामिल नहीं है, तो उन्हें काफी निराशा हुई. उन्होंने कहा, मैं एक कमरे में बैठ गया और सोचने लगा, मेरा नाम क्यों नहीं है, लेकिन टीम को देखने के बाद लगा कि उसमें बहुत सारे खिलाड़ी है जिन्हें भारतीय टीम और आईपीएल में खूब रन बटोरे है. उन्होने कहा, फिर मुझे लगा कि इन बातों को सोचने के बजाय मुझे अपना काम करना चाहिये जो है लगातार रन बनाना. यही मेरे हाथ में है. और जब मौका मिले तो दोनों हाथों से उसे अपना लेना. उन्होंने मुंबई इंडियन्स को पांचवीं बार चैम्पियन बनाने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने कहा, जब टूर्नामेंट शुरू हुआ तो मुझे लगा कि अधिक रन बनाने से ज्यादा जरूरी यह कि मैं टीम को जीत दिलाने में कैसे मदद कर सकता हूं. 

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इसके साथ ही सूर्यकुमार यादव ने बताया कि क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने उन्हें एक मैसेज किया था. सचिन ने अपने मैसेज में लिखा था, यदि आप क्रिकेट के प्रति ईमानदार और समर्पित हैं तो क्रिकेट तुम्हें खुद देखेगा. शायद यह तुम्हारी आखिरी मुश्किल हो लेकिन भारत के लिए खेलने का तुम्हारा सपना काफी नजदीक है. लगातार फोकस रहो और खुद को क्रिकेट के लिए समर्पित रखो. मैं जानता हूं कि तुम उन खिलाड़ियों में से नहीं हो, जो निराश होकर हार मान लेते हैं. आगे बढ़ते रहो और कई और सेलिब्रेट करने के और मौके दो. सचिन के इस मैसेज को पढ़ने के बाद सूर्यकुमार ने कहा कि उनके इस छोटे से मैसेज ने उन्हें काफी ताकत दी और वे समझ गए कि किसी न किसी दिन क्रिकेट भी उनके लिए फेयर होगा क्योंकि वे हमेशा क्रिकेट के लिए फेयर रहे हैं.

(इनपुट भाषा)