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SA vs SL: सिर्फ परेरा ही नहीं इन 5 दिग्गज खिलाड़ियों ने भी खेली है मैच जिताऊ पारियां

कुसल परेरा (Kusal Perera) की तरह ब्रायन लारा (Brian Lara) और इंजमाम उल हक (Inzmam Ul haq) ने भी टेस्ट मैच की चौथी पारी में नाबाद रहकर अपनी टीम को एक विकेट की जीत दिलाई थी.

Updated on: 18 Feb 2019, 10:44 AM

नई दिल्ली:

कुसल परेरा (Kusal Perera) (नाबाद 153) के करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी और विश्व फर्नाडो (नाबाद 6) के बीच आखिरी विकेट के लिए हुई 78 रनों की नाबाद मैच जिताऊ साझेदारी के दम पर श्रीलंका (Sri Lanka) ने यहां खेले गए पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन दक्षिण अफ्रीका (South Africa) को एक विकेट से हरा दिया. इसके साथ ही कुसल परेरा (Kusal Perera) ने 153 रन की नाबाद पारी के साथ पूर्व दिग्गजों के एक खास क्लब में एंट्री कर ली जिसमें ब्रायन लारा (Brian Lara), वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) और इंजमाम उल हक (Inzmam Ul Haq) जैसे खिलाड़ी शामिल हैं.

कुसल परेरा (Kusal Perera) की तरह ब्रायन लारा (Brian Lara) और इंजमाम उल हक (Inzmam Ul haq) ने भी टेस्ट मैच की चौथी पारी में नाबाद रहकर अपनी टीम को एक विकेट की जीत दिलाई थी.

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ब्रायन लारा (Brian Lara) , 153 नॉटआउट, ब्रिजटाउन 1999
ब्रायन लारा (Brian Lara) , 153 नॉटआउट, ब्रिजटाउन 1999

ब्रिजटाउन में ऑस्ट्रेलिया (Australia) और वेस्टइंडीज (West indies) के बीच खेले जा रहे इस मैच में कंगारुओं ने कैरिबियाई टीम के सामने 308 रनों का लक्ष्य रखा था. वेस्टइंडीज (West indies) ने अपना 8वां विकेट 248 के स्कोर पर खो दिया. मैदान पर कर्टली एंब्रोस आए जिन्होंने लारा के साथ पारी को आगे बढ़ाया और 54 रन जोड़े. 302 के कुल स्कोर पर वेस्टइंडीज (West indies) ने अपना 9वां विकेट खो दिया. यहां पर कैरिबियाई टीम को जीत के लिए 7 रन की जरूरत थी और कंगारुओं को 1 विकेट की.

मैदान पर बल्लेबाजी करने आए कर्टनी वाल्श ने 14 मिनट तक ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना किया हालांकि इस दौरान कोई रन नहीं बनाया लेकिन अपना विकेट भी नहीं गंवाया. वहीं दूसरे छोर पर खड़े ब्रायन लारा (Brian Lara) ने बचे हुए रन बनाकर टीम को जीत दिलाई. ब्रायन लारा (Brian Lara) के नाबाद 153 रनों की पारी ने वेस्टइंडीज (West indies) को 1 विकेट से जीत दिलाई.

इंजमाम उल हक (Inzmam Ul Haq), 138 नॉट आउट, मुल्तान, 2003
इंजमाम उल हक (Inzmam Ul Haq), 138 नॉट आउट, मुल्तान, 2003

पाकिस्तान (Pakistan) के मुल्तान स्टेडियम में बांग्लादेश (Bangladesh) के साथ खेल रही पाकिस्तान (Pakistan) टीम की हालत कुछ ठीक नहीं थी. 261 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान (Pakistan) टीम ने 205 रन के स्कोर पर 8 विकेट खो दिए थे. इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरे उमर गुल ने इंजमाम के साथ मिलकर नौंवे विकेट के लिए 52 रन जोड़े लेकिन 257 के स्कोर पर उमर गुल आउट हो गए.

यहां से पाकिस्तान (Pakistan) पर हार का खतरा मंडरा रहा था लेकिन आखिरी बल्लेबाज यासिर शाह ने अपना विकेट बचाए रखा, जिसकी वजह से इंजमाम उल हक (Inzmam Ul Haq) पाकिस्तान (Pakistan) को 1 विकेट से जीत दिला पाने में सफल रहे. इंजमाम उल हक (Inzmam Ul Haq) ने इस मैच में 138 रनों की पारी खेली थी.

वीवीएस लक्ष्मण, 73 नाबाद, मोहाली 2010
वीवीएस लक्ष्मण, 73 नाबाद, मोहाली 2010

2010 में मोहाली के मैदान पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे इस मैच में मेजबान भारत के सामने आखिरी पारी में कंगारुओं ने 216 रनों का लक्ष्य रख दिया था. भारतीय टीम रनों का पीछा करते हुए महज 124 रन के स्कोर पर 8 विकेट खो चुकी थी. यहां पर बल्लेबाजी करने आए ईशांत शर्मा ने वीवीएस लक्ष्मण के साथ 81 रन की साझेदारी की. लेकिन 205 के कुल स्कोर पर हैलिफिनहस ने LBW कर ईशांत को वापस चलता किया. मैदान पर आखिरी बल्लेबाज के रूप में प्रज्ञान ओझा उतरे. ओझा ने मिशेल जॉनसन और हैलिफिनहस की खतरनाक गेंदों का बड़ा मुश्किल से सामना किया. एक समय ऐसा भी आया था जब ओझा के लिए LBW आउट की अपील की गई, लेकिन इसी गेंद पर 4 रन ओवर थ्रो की बदौलत मिले और अंत में भारत 1 विकेट से जीत गया.

सचिन तेंदुलकर, 103 नाबाद, चेन्नई, 2008
सचिन तेंदुलकर, 103 नाबाद, चेन्नई, 2008

पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद आज जिस तरह का देश में माहौल है ठीक वैसा ही माहौल मुंबई में 26/11 के हमले के बाद था. इंग्लैंड की टीम वनडे सीरीज के आखिरी दो आखिरी मैच बिना खेले अपने देश लौट गई थी. जिसके बाद वह टेस्ट सीरीज खेलने वापस भारत आई. चेन्नई में खेले गए इस टेस्ट मैच की आखिरी पारी में भारत को जीत के लिए 387 रनों के विशाल लक्ष्य को हासिल करने की जरूरत थी.
भारत ने इस बड़े लक्ष्य का पीछा तूफानी अंदाज में शुरु किया. भारत के लिए पहले वीरेंदर सहवाग ने 68 गेंदों में 83 रनों की शानदार पारी खेली और फिर गौतम गंभीर ने 139 गेंदों में 66 रन बनाए. इसके बाद सचिन तेंडुलकर ने मोर्चा संभाला और 196 गेंद में 9 चौके की मदद से नाबाद 103 रनों की पारी खेलते हुए भारत को जीत दिला दी। युवराज सिंह 131 गेंद में 85 रन बनाकर नाबाद रहे।
सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट करियर के 41वें शतक को मुंबई आतंकी हमले में मारे गए लोगों को समर्पित किया। यह जीत इसलिए भी अहम थी, क्योंकि इंग्लैंड टीम में जेम्स एंडरसन, स्टीव हार्मिसन, एंड्रयू फ्लिंटॉफ, ग्रीम स्वान और मोंटी पनेसर जैसे काबिल गेंदबाज थे।

गॉर्डन ग्रीनिज, नॉटआउट 214 रन, लॉर्ड्स 1984 में
गॉर्डन ग्रीनिज, नॉटआउट 214 रन, लॉर्ड्स 1984 में

इस मैच में इंग्लैंड के कप्तान डेविड गोवर ने दूसरी पारी 9 विकेट पर 300 रनों के स्कोर पर घोषित की। वेस्ट इंडीज को जीत के लिए महज 78 ओवरों में 342 रनों का लक्ष्य मिला, जो टेस्ट क्रिकेट के लिहाज से कतई आसान नहीं था। लेकिन, वेस्ट इंडीज ने महज 66.1 ओवर में ही लक्ष्य पा लिया वह भी सिर्फ 1 विकेट खोकर। यह जीत इसलिए भी अहम थी, क्योंकि मैच में लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्ट इंडीज टीम की शुरुआत खराब रही थी। उसे पहला विकेट 57 रनों के टीम स्कोर पर गंवाना पड़ा। ओपनर डेसमंड (17) रन पर रन आउट हो गए। इसके बाद गार्डन ग्रीनिज ने 242 गेंदों में तूफानी बैटिंग करते हुए नाबाद 214 रन ठोकते हुए विंडीज को जीत तक पहुंचा दिया। उन्होंने इस दौरान 29 चौके और दो छक्के लगाए थे, जबकि दूसरे छोर पर उनका साथ देने वाले लैरी गोम्स ने 140 गेंदों में 13 चौके की मदद से नाबाद 92 रनों की पारी खेली।