बीसीसीआई (BCCI) अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने रविवार को बताया कि इस समय खेले जा रहे सैयद मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट (Syed Mushtaq Ali T20 tournament) में एक सट्टेबाज (Bookie) ने एक खिलाड़ी से मुलाकात की. इस घटना की जानकारी खिलाड़ी ने बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी इकाई (ACU) को दी है. सौरव गांगुली ने बीसीसीआई की सालाना आमसभा (AGM) के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, मुझे बताया गया है कि यहां तक कि सैयद मुश्ताक अली टी-20 मुकाबले में एक सट्टेबाज ने एक खिलाड़ी से मुलाकात करने की कोशिश की. हालांकि मैं ठीक ठीक से उसका नाम नहीं जानता हूं लेकिन संपर्क करने की कोशिश की गई और खिलाड़ी ने इसकी जानकारी दी.
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बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा, संपर्क की इस कोशिश से उतनी समस्या नहीं है, गलत वह होता है जो खिलाड़ियों से ऐसे संपर्क किए जाने के बाद होता है. हम इससे निपट रहे हैं (टीएनपीएल और केपीएल के मामले में). हमने संबंधित राज्य संघों से इस बारे में बात की है. उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों से निपटने के लिए बीसीसीआई अपनी एसीयू को मजबूत करेगा.
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सौरव गांगुली ने यह भी कहा है कि पूर्णकालिक क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) की कोई जरूरत नहीं क्योंकि इसकी भूमिका सिर्फ एक या दो मीटिंग्स तक सीमित है. सौरव गांगुली ने यहां बोर्ड के एजीएम के बाद संवाददाताओं से कहा, सीएसी के पास अधिक काम नहीं है. हम सीएसी के बारे में बात करते रहते हैं लेकिन सीएसी का काम कोच और चयनकर्ता नियुक्त करना है. एक बार जब चयन समिति चार साल के लिए कोच तीन साल के लिए नियुक्त हो जाता है तो फिर पूर्णकालिक सीएसी की क्या जरूरत है. बीसीसीआई ने अब तक सीएसी की नियुक्ति नहीं की है और सौरव गांगुली का कहना है कि हितों के टकराव से जुड़े मामले इसकी राह में रोड़ा बन रहे हैं.
Source : आईएएनएस