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Birthday Special: दाएं हाथ से बाएं हाथ के बल्लेबाज बन गए थे सौरभ गांगुली, जानते हैं क्यों?

भारतीय क्रिकेट को नई पहचान दिलाने वाले सौरभ गांगुली से जुड़ी इन बातों को जानते हैं आप

Updated on: 08 Jul 2019, 02:19 PM

नई दिल्ली:

प्रिंस ऑफ कोलकाता और बंगाल टाइगर के नाम से मशहूर सौरभ गांगुली को कौन नहीं जानता. ये वहीं शख्स हैं जिन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई पहचान दिलाई. आज यानी 8 जुलाई को सौरभ गांगुली यानी 'दादा' का जन्मदिन है. ऐसे में आइए जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से

1. सौरभ गांगुली ने अपने करियर की शुरुआत 1996 में की थी. उस दौरान उन्होंने लॉर्ड्स में खेले गए मैच में सैंचुरी मारी थी.

2. गांगुली दाएं हाथ के बल्लेबाज थे लेकिन बाद में वो बाएं हाथ के बल्लेबाज बन गए, जानते हैं क्यो? दरअसल बचपन में उन्हें अपने भाई की क्रिकेट किट शेयर करनी पड़ती थी, उनके भाई बाएं हाथ के बल्लेबाज थे और उनके पास क्रिकेट किट भी उसी हिसाब से थी, ऐसे में सौरभ गांगुली ने भी उस क्रिकेट किट से बाएं हाथ से खेलना सीख लिया.

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3. सौरभ गांगुली को बचपन उनके रहन-सहन के अंदाज के कारण 'महाराजा' नाम से भी बुलाया जाता था.

4. भारत की ओर से विश्व कप में सबसे बड़ा स्कोर 183 रनों के साथ सौरभ गांगुली के नाम ही है.

5. सौरभ गांगुली ने अपने अंतररा ष्ट्रीय करियर में एकमात्र दोहरा शतक बनाया था और वो था साल 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ. इस मैच में उन्होंने 239 रनों की पारी खेली थी.

6. साल 2002 में नेटवेस्ट फाइ लनव में सौरभ गांगुली का शर्ट उतारकर लहराने वाला दृश्य आज भी लोगों के जहन में ताजा है.

7. 1983 के बाद पहली बार भारतीय क्रिकेट टीम साल 2003 में गांगुली की कप्तानी में विश्व कप के फाइ नल में पहुंची थी.

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8. गांगुली ने अपना आखिरी टेस्ट मैच 2008 में खेला था. फिलहाल वो क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के अध्यक्ष हैं

9. गांगुली कां सपना हमेशा से एक बड़ा क्रिकेटर बनने का था लेकिन उनकी मां ये नहीं चाहती थीं. लेकिन फिर उन्होंने अपने भाई और पिता के सपोर्ट की मदद से अपने सपने को पूरा किया.

10 .एक बेहतरीन बल्लेबाज होने के साथ-साथ गागुंली कमाल के कप्तान भी थे. वे 49 टेस्ट और 147 ODI मैचौं में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे.